रिलायंस Jio तिमाही AGR के मामले में टॉप पर, TRAI ने जारी किया डेटा
वोडाफोन और आइडिया के मर्जर के बाद बनी नई कंपनी का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) या मोबाइल सेवाओं से होने वाली आय 7,528 करोड़ रुपये रही है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। जुलाई-सितंबर तिमाही में समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) के मामले में रिलायंस जियो तमाम टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर के मुकाबले शीर्ष पर काबिज हुई है। इस अवधि के दौरान कंपनी का एजीआर 8,271 करोड़ रुपये रहा है। ये डेटा भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की ओर से जारी किया गया है।
ट्राई का ताजा डेटा बताता है कि वोडाफोन और आइडिया के मर्जर के बाद बनी नई कंपनी का समायोजित सकल राजस्व (एजीआर) या मोबाइल सेवाओं से होने वाली आय 7,528 करोड़ रुपये रही है। इसके बाद भारती एयरटेल का नंबर आता है जिसका एजीआर 6,720 करोड़ रुपये था। जहां तक सकल राजस्व की बात है, तो वोडाफोन आइडिया 13,542 करोड़ रुपये के साथ सबसे ऊपर रही। एयरटेल का स्थान 11,596 करोड़ रुपये के साथ दूसरा और 10,738 करोड़ रुपये के सकल राजस्व के साथ जियो तीसरे स्थान पर रही है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि लाइसेंस और अन्य फीस पर सरकार का राजस्व हिस्सा एक्सेस सेवाओं से एजीआर के आधार पर निर्धारित किया जाता है। जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान बीएसएनएल का रेवेन्यू मार्केट शेयर 1,284.12 करोड़ रुपये रहा था। वहीं अप्रैल-जून 2018 की तिमाही में जियो स्टैंड अलोन आधार पर 7,125.7 करोड़ के एजीआर के साथ चार्ट में टॉप पर था। हालांकि वोडा और आइडिया का कुल एजीआर रिलायंस जियो से काफी आगे था जो कि 8,226.79 करोड़ का था।