भारतीयों की कुल निजी संपत्ति के FY23 तक 517.88 लाख करोड़ पहुंचने की उम्मीद: रिपोर्ट
निवेश पैमाने पर डायरेक्ट इक्विटी ने शीर्ष स्थान पर कब्जा बनाकर रखा है जिसमें भारतीय व्यक्तियों ने सावधि जमा से अधिक धन निवेश कर रखा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत में लोगों के पास निजी संपत्ति के वित्त वर्ष 2023 तक 517.88 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है, यह सालाना आधार पर 16.99 फीसद की वृद्धि दर है। यह जानकारी एक रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। डायरेक्ट इक्विटी और म्युचुअल फंड के इस रुझान के प्रमुख ग्रोथ कारक होने और अगले पांच वर्षों में इसके क्रमश: 24.41 और 21.04 फीसद के सीएजीआर दर से बढ़ने की उम्मीद है। यह जानकारी इंडिया वेल्थ रिपोर्ट 2018 रिपोर्ट में सामने आई है जिसे कार्वी प्राइवेट वेल्थ की ओर से तैयार किया गया है।
कार्वी प्राइवेट वेल्थ के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर अभिजीत भावे ने बताया कि आने वाले पांच से 7 वर्ष में इक्विटी के एक संपत्ति वर्ग के रुप में उभरने की उम्मीद है और निवेशक संभवतः इक्विटी में अपनी संपत्ति तीन गुनी कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक देश में निजी संपत्ति सालाना आधार पर 14.02 फीसद की दर से बढ़ी और इसी के साथ इसने FY18 में 392 लाख करोड़ का स्तर छुआ। इसे वित्तीय संपत्तियों में 17.42 फीसद की संपत्ति वृद्धि से और भौतिक संपत्तियों (फिजिकल एसेट्स) में 9.24 फीसद की संपत्ति ग्रोथ से हासिल किया गया।
निवेश पैमाने पर डायरेक्ट इक्विटी ने शीर्ष स्थान पर कब्जा बनाकर रखा है जिसमें भारतीय व्यक्तियों ने सावधि जमा से अधिक धन निवेश कर रखा है। हाल ही में उभरते बाजार की मुद्राओं के मूल्यह्रास ने अंतरराष्ट्रीय निवेश में एक नई दिलचस्पी पैदा की, जिसमें वित्त वर्ष 18 के दौरान 25.83 फीसद की बढ़ोतरी हुई। भौतिक संपत्तियों में, रियल एस्टेट सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला संपत्ति वर्ग था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.35 फीसद की दर से बढ़ रहा था।