बजट 2017: सोलर उपकरणों पर टैक्स कम हुआ तो तंबाकू उत्पादों पर बढ़ा
आम बजट 2017-18 में वित्त मंत्री ने ना सिर्फ अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने की कोशिश की है बल्कि कैशलेस लेन-देन उपकरणों के पक्ष में भी कदम उठाने की बात कही है
नई दिल्ली। आम बजट 2017-18 में वित्त मंत्री ने ना सिर्फ अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने की कोशिश की है बल्कि कैशलेस लेन-देन उपकरणों के पक्ष में भी कदम उठाने की बात कही है। वित्त मंत्री ने इनके निर्माण पर सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क में उल्लेखनीय कटौती करने की घोषणा की। इसके चलते इनके घरेलू निर्माण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही तंबाकू उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाया है।
यह है 3 बड़ी बातें
- मेक इन इंडिया पहल के तहत घरेलू मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत अक्षय ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी अनेक वस्तुओं पर सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क घटाने का प्रस्ताव।
- कैशलेस लेन-देन वाले उपकरणों से जुड़ी कुछ विशेष वस्तुओं पर शून्य सीमा शुल्क एवं उत्पाद शुल्क का प्रस्ताव किया है।
- वित्त अधिनियम, 2005 की धारा 85 के तहत तम्बाकू एवं इससे संबंधित अनेक उत्पादों पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने और अतिरिक्त शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया गया है।
यह होगा असर
- सोलर उत्पादों घरेलू निर्माण को बढ़ावा दिया जा सकेगा।
- डिजिटल लेनदेन को भी बढ़ावा मिलेगा।
- तंबाकू उत्पादनों पर अतिरिक्त शुल्क लगने से सिगरेट और अन्य चीजें महंगी होंगी।