डॉलर के मुकाबले रुपए में बड़ी गिरावट; पहुंचा 65 के पार, ये हैं तीन बड़े कारण
घरेलू और ग्लोबल संकेतों के बीच आने वाले हफ्तों में रुपया 65.50 का स्तर भी छू सकता है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। डॉलर के मुकाबले रुपए में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। गुरुवार के सत्र में रुपया 29 पैसे की कमजोरी के साथ खुला है। 1 डॉलर की कीमत 65 रुपए के पार पहुंच गई है। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि रुपए में यह गिरावट आने वाले सत्रों में भी देखने को मिल सकती है, जिसमें रुपया डॉलर के मुकाबले 65.50 रुपए तक के स्तर को छू सकता है।
केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया के मुताबिक आज बाजार में रुपए आई की कमजोरी का बड़ा कारण फेड की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने का संकेत है। फेड ने बुधवार को जारी मिनट्स में यह कहा है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में बूस्ट के कारण ब्याज दरें बढ़ाने की पूरी गुंजाइश है। इसके बाद डॉलर इंडेक्स में मजबूती देखने को मिल रही है। केडिया के मुताबिक घरेलू और ग्लोबल संकेतों के बीच आने वाले हफ्तों में रुपया 66 का स्तर भी छू सकता है।
रुपए में गिरावट के तीन बड़े कारण
• रुपए में गिरावट की सबसे बड़ी वजह हाल के उजागर हुए देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले से जुड़ी है। फर्जी एलओयू का मामला सामने आने के बाद इंपोर्ट फाइनेंस पर बैंकों ने सख्ती की है। बैंकों ने आयतकों से इंपोर्ट के लिए पहले ज्यादा दस्तावेज मांगने शुरू कर दिये हैं। इंपोर्ट फाइनेंस में सख्ती से आयतक बड़ी मात्रा में डॉलर की खरीदारी कर रहे हैं जो रुपए में कमजोरी का एक बड़ा कारण है।
• रुपए की कमजोरी का दूसरा बड़ा कारण दुनियाभर की मुद्राओं के सामने डॉलर का मजबूत होना है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने से वहां ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद को बल मिल रहा है। बुधवार को जारी हुए फेड मिनट्स में अर्थव्यवस्था में रिकवरी के मद्देनजर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के पुख्ता संकेत दिये हैं। यही वजह है कि डॉलर के मजबूती देखने को मिल रही है और रुपया लगातार कमजोर हो रहा है।
• रुपए की कमजोरी का तीसरा बड़ा कारण शेयर बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों की ओर से भारी बिकवाली है। विदेशी संस्थागत निवेशक जब शेयर बाजार में बिकवाली करते हैं तो सीधे तौर पर देश से बड़ी मात्रा में डॉलर बाहर जा रहा होता है। डॉलर का देश से बाहर जाना रुपए की कमजोरी का बड़ा कारण है।