डिलिस्टिंग का यह कार्य था काफी विशाल, प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध: Vedanta
वेदांता रिसोर्सेज (Vedanta Resources) की भारतीय सब्सिडियरी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) की डिलिस्टिंग नाकाम रही है। इस पर कंपनी ने कहा कि वह विशेष रूप से प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में भारत के प्रति अपनी असीम प्रतिबद्धता को दोहराना चाहती है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वेदांता रिसोर्सेज (Vedanta Resources) की भारतीय सब्सिडियरी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) की डिलिस्टिंग नाकाम रही है। इस पर कंपनी ने कहा कि वह विशेष रूप से प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में भारत के प्रति अपनी असीम प्रतिबद्धता को दोहराना चाहती है और उन्हें विश्वास है कि वेदांता लिमिटेड भारतीय शेयर बाजारों में सूचीबद्ध इकाई के रूप में और ताकत के साथ बनी रहेगी।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि लगभग 134 करोड़ शेयरों को जुटाने के लिए मौजूदा बोली शुरू करना वास्तव में एक बहुत बड़ा काम था।
कंपनी ने कहा, 'हमने हमारे शेयरधारकों को उत्साह से इसमें भाग लेते देखा है, जो हमें हमारे लक्ष्य के काफी पास ले गया। यह केवल सात फीसद कम रहा। इस बोली के परिणामस्वरूप भारतीय अर्थव्यवस्था में 3.15 बिलियन डॉलर से अधिक का एफडीआई निवेश आया है और इस तरह के बड़े धन के प्रभाव से 0.4 फीसद से 0.8 फीसद के बीच ग्रोथ को बढ़ावा मिला है।'
कंपनी ने आगे कहा, ' वेदांता भारत में अद्वितीय अवसरों और ग्रोथ के लिए आगे बढ़ रही है। कंपनी प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।'
कंपनी ने आगे कहा, 'हम भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई), वेदांता के शेयरधारकों, वित्तीय बैकों और सलाहकारों का इस पूरी एक्सरसाइज के दौरान उनके अनपेक्षित समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।'