नई दिल्ली, राजीव कुमार। वैश्विक कारोबार में हो रही कमी से चालू वित्त वर्ष 2022-23 में वस्तुओं के निर्यात में पिछले साल के मुकाबले दस फीसद की बढ़ोतरी करना चुनौतीपूर्ण दिख रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में वस्तुओं का 421.9 अरब डॉलर का रिकार्ड निर्यात किया गया था। लेकिन चालू वित्त वर्ष 2022-23 के पहले नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर) में वस्तुओं का निर्यात 332.7 अरब डॉलर का रहा।

गत दिसंबर में 34 अरब डॉलर का रहा निर्यात

इस हिसाब से पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले वस्तु निर्यात में दस फीसद की बढ़ोतरी हासिल करने के लिए चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही (जनवरी-मार्च) में हर महीने 43 अरब डॉलर का निर्यात करना होगा। गत दिसंबर में 34.4 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था।

निर्यातकों के मुताबिक जनवरी- मार्च में भी प्रतिमाह 34-36 अरब डॉलर के पास निर्यात आंकड़ रह सकता है। हालांकि चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-दिसंबर में वस्तुओं के कुल निर्यात में पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 9.09 फीसद की बढ़ोतरी हासिल की जा चुकी है। लेकिन वैश्विक कारोबार के सिकुड़ने की वजह से 10 फीसद का इजाफा कठिन दिख रहा है।

कृषि और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम से निर्यात का लगेगा बेड़ा पार

विभिन्न एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल का मानना है कि चालू वित्त वर्ष में 450 अरब डॉलर के आस पास कुल निर्यात रह सकता है। 10 फीसद की बढ़ोतरी के लिए 463 अरब डॉलर के आंकड़े को छूना होगा। निर्यातकों के मुताबिक वस्तु के निर्यात में बढ़ोतरी हासिल करने में कृषि और इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की अहम भूमिका रहेगी।

पहले 10 निर्यात आइटम में चावल भी हुआ शामिल

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक पहली बार चावल निर्यात टॉप 10 निर्यात आइटम में शामिल हुआ है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-दिसंबर में आठ अरब डॉलर का चावल निर्यात किया गया और टॉप 10 निर्यात होने वाली वस्तुओं में चावल नौवें स्थान पर है। पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले चावल के निर्यात में 16.09 फीसद की बढ़ोतरी रही। वस्तुओं के निर्यात आंकड़ों में 30 आइटम को शामिल किया जाता है और इनमें से 13 आइटम कृषि, मछली व प्रोसेस्ड फूड से जुड़े हैं।

17 आइटम में से आठ में चल रही है गिरावट

इन 13 आइटम में से 10 आइटम के निर्यात में बढ़ोतरी का रुख चल रहा है। बाकी के 17 आइटम में से आठ में गिरावट चल रही है। निर्यातकों ने बताया कि दुनिया खाद्य वस्तुओं के संकट की वजह से इनके निर्यात में बढ़ोतरी की पूरी गुंजाइश है, लेकिन घरेलू जरूरतों की वजह से एक सीमा तक ही खाद्य वस्तुओं का निर्यात किया जा सकता है।

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक

दूसरी तरफ, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 51.56 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के मुताबिक निर्यात होने वाली पहली 10 वस्तुओं में इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम छठे स्थान पर है। वित्त वर्ष 22-23 के अप्रैल-दिसंबर में इलेक्ट्रानिक्स आइटम का निर्यात 16.67 अरब डॉलर का रहा और वस्तुओं के कुल निर्यात में इलेक्ट्रानिक्स आइटम की हिस्सेदारी पांच फीसद हो गई। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के निर्यात में अभी काफी अधिक बढ़ोतरी की गुंजाइश है और इसकी पूरी तैयारी चल रही है।

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Edited By: Ashisha Singh Rajput