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साइरस इफेक्ट: टाटा ग्रुप के शेयरों में गिरावट जारी, निवेशकों के डूब गए 10700 करोड़ रुपए

सोमवार को टाटासंस की बोर्ड बैठक में साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाए जाने की खबर के बाद मंगलवार के सत्र में टाटा ग्रुप की कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिली

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 26 Oct 2016 10:28 AM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2016 08:53 AM (IST)
साइरस इफेक्ट: टाटा ग्रुप के शेयरों में गिरावट जारी, निवेशकों के डूब गए 10700 करोड़ रुपए

नई दिल्ली। सोमवार को टाटासंस की बोर्ड बैठक में साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाए जाने की खबर के बाद मंगलवार के सत्र में टाटा ग्रुप की तमाम कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट में ग्रुप की तमाम लिस्टेड कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 10700 करोड़ रुपए की कमी आई।

बुधवार को भी गिरावट जारी

टाटा प्रमुख का मामला कोर्ट जाने की आशंका के बीच ग्रुप की तमाम कंपनियों में आज भी गिरावट देखने को मिल रही है। 1 घंटे के कारोबार के बाद 10:15 बजे टाटा मोटर्स का शेयर करीब 2 फीसदी की गिरावट के साथ 543 रुपए के स्तर पर कारोबार कर रहा है। टाटा मोटर्स डीवीआर का शेयर 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 355 के स्तर पर है। वहीं टाटा स्टील, टीसीएस, टाटा पावर समेत तमाम अन्य कंपनियों में भी गिरावट देखने को मिल रही है।

मंगलवार को निवेशकों के डूबे 10700 करोड़ रुपए

मंगलवार को आई गिरावट में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 5753.3 करोड़ रुपये घटकर 472,636.70 करोड़ रुपये रह गया। वहीं टाटा मोटर्स का पूंजीकरण 156,990.99 करोड़ रुपये रह गया। इसमें 2432.01 करोड़ रुपये की चपत लगी। इसी तरह टाटा स्टील का वैल्यूएशन 1039 करोड़ घटकर 40,354 करोड़ और टाटा पावर का 337.38 करोड़ घटकर 22,272.62 करोड़ रुपये रह गया।टाटा समूह की कंपनी टाटा स्पंज का शेयर 3.04 फीसद, टाटा कॉफी 2.63 फीसद, टाटा ग्लोबल बेवरेजेज 2.47 फीसद और टाटा कम्युनिकेशंस 2.26 फीसद गिरा। टाटा केमिकल्स में 2.09 फीसद और टाटा एलेक्सी में 1.40 फीसद की कमी आई। समूह की सभी कंपनियों के कुल पूंजीकरण में 10688.51 करोड़ रुपये की कमी आई। कारोबारी सत्र के दौरान इसके शेयरों में 4.2 फीसद तक की कमी आई थी।

एक्सपर्ट का नजरिया

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प्रभुदास लीलाधर के सीईओ व चीफ पोर्टफोलिया मैनेजर अजय वोडके ने कहा कि बाजार के लिए अच्छी बात यह है कि रतन टाटा वापस आ गये हैं। लेकिन टाटा संस ने चयन समिति को नए चेयरमैन की नियुक्ति के लिए चार माह का समय दिया है। उम्मीद है कि शुरुआती झटकों के बाद टाटा की कंपनियों में स्थिरता आ जाएगी।


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