टाटा ग्रुप की इन्वेस्टर मीट टली, अगली तिमाही होगा फैसला
टाटा ग्रुप की इन्वेस्टर मीट को वित्त वर्ष 2016-17 की अगली तिमाही तक के लिए टाल दिया गया है। यह मीट 18 नवंबर को होनी थी
नई दिल्ली: टाटा ग्रुप की इन्वेस्टर मीट को वित्त वर्ष 2016-17 की अगली तिमाही तक के लिए टाल दिया गया है। यह मीट 18 नवंबर को होनी थी। दरअसल, सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद बने माहौल के चलते यह फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि बीते 24 अक्टूबर को साइरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाकर रतन टाटा ने कमान संभाल ली थी।
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मिस्त्री ने बनाई थी इन्वेस्टर मीट की योजना:
आपको बता दें कि रतन टाटा यह मीटिंग 18 नवंबर को करना चाहते थे। इस मीट में 150 ग्लोबल और डोमेस्टिक इनवेस्टर्स को बुलाए जाने की योजना थी। टाटा संस के प्रवक्ता ने बताया, 'इसका आयोजन अगली तिमाही में किया जा सकता है।' इनवेस्टर मीट की योजना मिस्त्री ने बनाई थी।
मिस्त्री इसके जरिए टाटा ग्रुप पर बढ़ते कर्ज, मार्केट शेयर में कमी और ग्रुप कंपनियों की प्रॉफिटेबिलिटी को लेकर निवेशकों की आशंकाएं दूर करना चाहते थे। इनवेस्टर मीट में ग्रुप सीईओ और सीएफओ भी अपनी कंपनियों की भविष्य की योजना पेश करते। ग्रुप एग्जिक्यूटिव काउंसिल (जीईसी) के मेंबर मधु कन्नन पर इनवेस्टर मीट का जिम्मा था। मिस्त्री को हटाए जाने के बाद जीईसी को भंग कर दिया गया।
फरवरी तक चुन लिया जाएगा टाटा ग्रुप का नया चेयरमैन:
टाटा ग्रुप का अगला चेयरमैन कौन होगा इसका फैसला सर्च कमेटी करेगी। साइरस मिस्त्री को पद से हटाए जाने के बाद ही पांच सदस्यीय सर्च कमेटी का गठन कर दिया गया था। अगला चेयरमैन चुने जाने तक रतन टाटा अंतरिम चेयरमैन बने रहेंगे।