त्योहारों में चीनी का स्वाद होगा कड़वा!
त्योहारी सीजन के दौरान उत्पादन घटने का आंकड़ा जारी होने पर जिंस बाजार में चीनी के महंगा होने की संभावना है। बीते गन्ना वर्ष के दौरान रिकवरी दर कम होने से चीनी के उत्पादन में 12 लाख टन तक की कमी आई है। इसका असर जिंस बाजार पर पड़ने की संभावना है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने सोमवार को गन्ना वर्ष 2012-13
नई दिल्ली। त्योहारी सीजन के दौरान उत्पादन घटने का आंकड़ा जारी होने पर जिंस बाजार में चीनी के महंगा होने की संभावना है। बीते गन्ना वर्ष के दौरान रिकवरी दर कम होने से चीनी के उत्पादन में 12 लाख टन तक की कमी आई है। इसका असर जिंस बाजार पर पड़ने की संभावना है। इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने सोमवार को गन्ना वर्ष 2012-13 (अक्टूबर से सितंबर) में चीनी उत्पादन का फाइनल आंकड़ा जारी किया। इसमें 4.5 फीसद की कमी दर्ज की गई है।
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आंकड़ों के मुताबिक इस साल कुल 2.51 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हुआ। यह पिछले साल के 2.63 करोड़ टन के मुकाबले कम है। सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में सूखा पड़ने की वजह से गन्ने की गुणवत्ता प्रभावित हुई थी। इसके कारण चीनी की रिकवरी दर में आ गई।
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रिकवरी दर जहां 10.25 फीसद होती थी, वह घटकर 10.03 फीसद रह गई। लिहाजा चीनी का उत्पादन में कमी आई। इस्मा का कहना है कि घरेलू मांग लगभग चार फीसद तक बढ़कर 2.28 करोड़ टन हो गई है। इसके लिए चीनी का पर्याप्त स्टॉक है। आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 79.9 लाख टन और उत्तर प्रदेश में 74.8 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है। चालू गन्ना वर्ष 2013-14 में पेराई सीजन शुरू हो चुका है। देश में फिलहाल 88 लाख टन चीनी का कैरीओवर स्टॉक है। जिंस बाजार में चीनी का स्टॉक होने और निर्यात मांग न होने की वजह से चीनी मूल्य फिलहाल नीचे चल रहे हैं।