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वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक ठोस रिकवरी पथ पर आने तक जारी रह सकती है सोने में मजबूत मांग

Gold Demand विशेष रूप जुलरी की मांग काफी अधिक प्रभावित हुई है। अनुमान है कि इसमें इस साल 40 फीसद की गिरावट रहेगी जबकि निवेशकों द्वारा सोने को सेफ हैवन एसेट के रूप में देखने के कारण खुदरा निवेश में 15 फीसद का उछाल रहेगा।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 06:14 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 08:19 AM (IST)
वैश्विक अर्थव्यवस्था के एक ठोस रिकवरी पथ पर आने तक जारी रह सकती है सोने में मजबूत मांग
सर्राफा बाजार के लिए प्रतीकात्मक तस्वीर Pic Credit Pexels

नई दिल्ली, पीटीआइ। बाजार डेटा प्रदाता रेफिनिटिव (Refinitiv) के अनुसार, सेफ हैवन के रूप में सोने के लिए एक मजबूत मांग तब तक जारी रहने की उम्मीद है, जब तक कि वैश्विक अर्थव्यवस्था एक मजबूत रिकवरी पथ पर नहीं लौट आती। रेफिनिटिव के वरिष्ठ मेटल एनालिस्ट देवजीत देबाजित साहा ने मंगलवार को कहा, 'कोरोना वायरस माहमारी के कारण आई आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिए दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अभूतपूर्व प्रोत्साहन पैकेज लेकर आ रहे हैं। ब्याज दरों को या तो ऐतिहासिक निम्न स्तर पर रखा गया है या नकारात्मक रखा गया है, जिससे वित्तीय प्रणाली में मांग पैदा की जा सके और ग्रोथ को प्रोत्साहित किया जा सके।'

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उन्होंने कहा कि सेफ हैवन एसेट के रूप में सोने के लिए मजबूत मांग जब तक लगातार रहने की उम्मीद है, तब तक कि हम वैश्विक अर्थव्यवस्था को एक मजबूत रिकवरी पथ पर नहीं देख लेते।

एक वेबीनार के दौरान, रेफिनिटिव के प्रमुख (कीमती धातु शोध) कैमरून अलेक्जेंडर ने कहा कि पिछले कुछ महीने कुछ असाधारण रहे हैं और कई बाजार कोरोना वायरस महामारी से गंभीर रूप से प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, 'इस वर्ष के लिए पूर्वानुमान को देखते हुए, स्क्रैप आपूर्ति में वृद्धि से कुल आपूर्ति में 3 फीसद की वृद्धि करने में मदद मिलेगी। वहीं, खदान से आपूर्ति में थोड़ा सा संकुचन होगा।'

अलेक्जेंडर यह भी कहा कि भौतिक मांग पर कोरोना वायरस महामारी का प्रभाव पूरे साल रहने की आशंका है, इसलिए सालाना मांग के आंकड़ों से बड़ा आर्थिक प्रभाव पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि विशेष रूप जुलरी की मांग काफी अधिक प्रभावित हुई है। अनुमान है कि इसमें इस साल 40 फीसद की गिरावट रहेगी, जबकि निवेशकों द्वारा सोने को सेफ हैवन एसेट के रूप में देखने के कारण खुदरा निवेश में 15 फीसद का उछाल रहेगा।

उन्होंने आगे कहा, 'हालिया ढील के बाद, ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) मांग फिर से वर्ष के अंत तक बढ़ने की उम्मीद है। साल 2020 के लिए एक हजार टन के ताजा इनफ्लो का अनुमान है।'

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