नकदी की समस्या-वोडाफोन आइडिया ने कहा, 2020 तक स्पेक्ट्रम नीलामी न कराएं सरकार
रिलायंस जियो की तरफ से मुफ्त कॉलिंग और बेहद कम दर पर डेटा की पेशकश ने बाजार में मौजूद अन्य मोबाइल कंपनियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। टेलीकॉम इंडस्ट्री में नकदी तंगी का हवाला देते हुए भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया ने दूरसंचार विभाग से 2020 तक के लिए स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं कराए जाने की अपील की है।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक कंपनी ने सरकार को बताया है कि देश में 5जी के लिए उचित ढांचा तैयार हो जाने के बाद ही और अधिक शक्तिशाली रेडियोवेव की जरूरत होगी। सूत्रों के मुताबिक वोडाफोन आइडिया ने इस बारे में दूरसंचार विभाग को पत्र लिखकर जानकारी दे दी है।
इस बारे में जब वोडाफोन आइडिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘5जी के काम करने के लिए मजबूत 4जी नेटवर्क का होना बेहद जरूरी है। फिलहाल भारत की टेलीकॉम कंपनियां 4जी नेटवर्क्स को लेकर काम कर रही हैं ताकि 5जी के लिए जरूरी ढांचा बनाई जा सके और इसके लिए देश में कंपनियों के पास पर्याप्त स्पेक्ट्रम है।’
उन्होंने कहा कि एक बार 5जी इको सिस्टम तैयार हो जाए, तभी और अधिक गुणवत्ता वाले स्पेक्ट्रम की जरूरत होगी और यह ‘2020 तक होने की संभावना है।’
वोडाफोन आइडिया ने यह अपील वैसे समय में की है, जब देश की टेलीकॉम कंपनियां वित्तीय संकट का सामना कर रही हैं। पिछले कुछ सालों के दौरान भारतीय टेलीकॉम मार्केट में गलाकाट प्रतिस्पर्धा की स्थिति बनी हुई है। विशेषकर जियो की शुरुआत के बाद भारत का टेलीकॉम बाजार नए दौर से गुजर रहा है।
रिलायंस जियो की तरफ से मुफ्त कॉलिंग और बेहद कम दर पर डेटा की पेशकश ने बाजार में मौजूद अन्य मोबाइल कंपनियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसकी वजह से इंडस्ट्री में कंपनियों के एकीकरण की शुरुआत हुई, जिसमें छोटी कंपनियों को या तो अपना कारोबार समेटना पड़ा या फिर उन्हें विलय का विकल्प चुनने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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