PPF, NSC सुकन्या योजना को लेकर आज हो सकता है ब्याज दरों पर फैसला
अप्रैल-जून 2020 तिमाही में सरकार ने पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर 0.8 फीसद घटाकर 7.1 फीसद कर दी थी मतलब जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में इस पर 7.9 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा था। मौजूदा तिमाही यानी जुलाई-अगस्त-सितंबर के दौरान भी ब्याज दरें 7.1 फीसद है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Small Saving Schemes पीपीएफ, एनएससी, सुकन्या की ब्याज दरों पर आज फैसला होने वाला है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान छोटी सेविंग्स स्कीम पर ब्याज दरें घटाई जा सकती हैं। आरबीआई ने हाल में ही ब्याज दरें घटाई हैं। वहीं, बॉन्ड यील्ड निचले स्तरों पर है। ऐसे में ये संभावना जताई जा रही हैं कि ब्याज दरें घट सकती हैं। मालूम हो कि जुलाई-अगस्त-सितंबर तिमाही में ब्याज दरों को स्थिर रखा गया।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर सरकार की बदलती रहती है। लेकिन पोस्ट ऑफिस, रेकरिंग डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना, टाइम डिपॉजिट, राष्ट्रिय बचत सर्टिफिकेट (एनएससी) और किसान पत्र (केवीपी) में निवेश करेंगे, तो उस समय मिलने वाली ब्याज दर पूरी योजना अवधि में मिलती रहेगी।
केंद्र सरकार 2016 से तिमाही आधार पर छोटे निवेश योजना की समीक्षा कर ब्याज दरें तय करती है। इससे पहले ब्याज दरों में सालाना आधार पर बदलाव किया जाता था।
क्या हैं PPF की ब्याज दरें- अप्रैल-जून 2020 तिमाही में सरकार ने पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर 0.8 फीसद घटाकर 7.1 फीसद कर दी थी, मतलब जनवरी-मार्च 2020 तिमाही में इस पर 7.9 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा था। मौजूदा तिमाही यानी जुलाई-अगस्त-सितंबर के दौरान भी ब्याज दरें 7.1 फीसद है।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम की बात करें तो इसमें किए गए निवेश पर लोगों को 7.40 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है। NSC-नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर ब्याज दरें 6.8 फीसद है। वहीँ, अगर बात मंथली इनकम स्कीम (MIS) की करें तो इसमें पर 6.6 फीसद ब्याज मिल रहा है। किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है। सुकन्या पर ब्याज दरें 7.6 फीसद है।