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10 महीने में 60 लाख लोगों ने छोड़ा रोजगार, सरकारी डेटा में सामने आई जानकारी

सरकार ने हाल में औपचारिक नौकरी के ट्रेंड को आंकने के लिए ईपीएफओ के आंकड़े को बड़ा पैमाना बनाया है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 27 Aug 2018 01:38 PM (IST)Updated: Tue, 28 Aug 2018 07:21 AM (IST)
10 महीने में 60 लाख लोगों ने छोड़ा रोजगार, सरकारी डेटा में सामने आई जानकारी
10 महीने में 60 लाख लोगों ने छोड़ा रोजगार, सरकारी डेटा में सामने आई जानकारी

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इस साल जून तक करीब 10 महीने में 6 मिलियन (60 लाख) लोगों ने रोजगार छोड़ा है, जिसमें से 4.6 मिलियन लोग 35 वर्ष से नीचे के हैं। इनमें से कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने दोबारा कोई दूसरी नौकरी या तो ज्वाइन की या फिर नहीं की। यह जानकारी सरकार की ओर से जारी जारी पेरोल डेटा के मुताबिक सामने आई है। यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आई है।

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अप्रैल में पहली बार पेरोल डेटा जारी किए जाने के बाद यह पहली बार है जब सरकार ने औपचारिक रोजगार छोड़ने वालों का डेटा सामने रखा है। यह डेटा रिटायरमेंट फंड बॉडी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की ओर सामने आया है। सरकार ने बताया कि सितंबर 2017 से जून 2018 के बीच एक करोड़ 7 लाख कर्मचारियों ने ईपीएफओ ज्वाइन किया, जिसमें 60 लाख 4 हजार कर्मचारियों ने ईपीएफओ ने योगदान करना बंद कर दिया। सरकार ने हाल में औपचारिक नौकरी के ट्रेंड को आंकने के लिए ईपीएफओ के आंकड़े को बड़ा पैमाना बनाया है।

हालांकि सरकार ने उस कारण का खुलासा नहीं किया कि ईपीएफओ से कर्मचारी इतनी बड़ी संख्या में आखिर नाता क्यों तोड़ रहे हैं। हालांकि, ईपीएफओ को अपनी सदस्यता समाप्त करने वाले ऐसे लोगों के उम्र वर्गीकरण से पता चलता है कि उनमें से अधिकतर की आयु सेवानिवृत्ति लायक नहीं थी। एक सरकारी अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि भारत में नौकरी की स्थिति की सटीक जानकारी हासिल करने की कोई प्रणाली ही नहीं है।


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