Share Market धड़ाम, 650 अंक की आई बड़ी गिरावट, मेटल समेत ये शेयर लुढ़के
BajajFinserv Sunpharma समेत दूसरे बैंकिंग शेयरों में शुक्रवार को तेजी दिखी। इससे BSE का मेन इंडेक्स सुबह बढ़त के साथ खुला। शेयर बाजार खुलने के बाद 52586 अंक तक High पर गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 52457 अंक पर कारोबार कर रहा था।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। BajajFinserv, Sunpharma समेत दूसरे बैंकिंग शेयरों में शुक्रवार को तेजी दिखी। इससे BSE का मेन इंडेक्स सुबह बढ़त के साथ खुला। शेयर बाजार खुलने के बाद 52586 अंक तक High पर गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 52457 अंक पर कारोबार कर रहा था। वहीं Nifty 50 इंडेक्स भी 24 अंक ऊपर 15715 अंक पर कारोबार कर रहा था। हालांकि थोड़ी देर बाद प्रमुख भारतीय इक्विटी सूचकांक सेंसेक्स में 650 अंक से अधिक की गिरावट के साथ लुढ़क गया। मेटल, तेल और गैस और वित्तीय शेयरों के नेतृत्व में पूरे बोर्ड की बिक्री का नेतृत्व किया गया था।
सुबह करीब 11.05 बजे सेंसेक्स ने अपने पिछले बंद 52,323.33 से 654.74 अंक या 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 51,668.59 पर कारोबार किया। यह 52,568.07 पर खुला और 52,586.41 के इंट्रा-डे हाई और 51,647.90 के निचले स्तर को छू गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर निफ्टी 50 अपने पिछले बंद से 220.95 अंक या 1.41 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,470.45 पर कारोबार कर रहा था।
एक दिन पहले का हाल
हालांकि गुरुवार को Stock Market में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही थी। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 179 अंक टूटकर बंद हुआ था। वैश्विक शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच HDFC Bank, एचडीएफसी लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में गिरावट के साथ घरेलू बाजार नीचे आए। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 178.65 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,323.33 अंक पर बंद हुआ।
Nifty भी टूटा था
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) भी 76.15 अंक यानी 0.48 प्रतिशत गिरकर 15,691.40 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में करीब 3 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में इंडसइंड बैंक रहा। इसके अलावा डॉ. रेड्डीज, एनटीपीसी, मारुति, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल और एचडीएफसी भी नुकसान में रहे। दूसरी तरफ अल्ट्राटेक सीमेंट, टीसीएस, एशियन पेंट्स और इन्फोसिस समेत अन्य शेयर लाभ में रहे।
एक्सपर्ट की राय
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड एस रंगनाथन ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आर्थिक पूर्वानुमान को देखते हुए तेजड़िए पीछे हटे हैं। विकसित देशों की तुलना में उभरते बाजारों में इकोनॉमिक ग्रोथ की दर धीमी होने से निवेशक सतर्क हैं। फेडरल रिजर्व ने कहा है कि वह मानक अल्पकालिक नीतिगत दर 2023 के आखिर तक दो बार बढ़ाएगा। इससे उपभोक्ता और कंपनी कर्ज पर असर पड़ेगा। इससे पहले, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने कहा था कि 2024 से पहले नीतिगत दर में बदलाव होने का कोई अनुमान नहीं है।
दूसरे बाजारों का हाल
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई और हांगकांग बढ़त में रहे, जबकि सोल और टोक्यो में गिरावट रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.46 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था।