चुनाव पूर्व मिली बढ़त का 50% हिस्सा शेयर बाजार ने गंवाया, दो दिनों में सेंसेक्स 600 अंक टूटा
पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स में जहां करीब 600 अंकों की गिरावट आई है वहीं निफ्टी करीब 170 अंक टूटकर 11400 के नीचे आ चुका है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। दुनिया के शेयर बाजारों में हुई बिकवाली की वजह से भारतीय शेयर बाजार ने चुनाव पूर्व मिली बढ़त का अधिकांश हिस्सा गंवा दिया है।
अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग के कमजोर आंकड़ों और बॉन्ड मार्केट में आए मंदी के संकेतों की वजह से अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त बिकवाली हुई, जिसकी वजह से सोमवार को भारत समेत एशियाई बाजार में भूचाल आ गया।
पिछले दो ट्रेडिंग सेशन में सेंसेक्स में जहां करीब 600 अंकों की गिरावट आई है, वहीं निफ्टी करीब 170 अंक टूटकर 11,400 के नीचे आ चुका है।
सोमवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स 355.70 अंकों की गिरावट के साथ 37,808.91 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 102.65 अंकों की कमजोरी के साथ 11,354.25 पर बंद हुआ। निफ्टी में 13 शेयर हरे निशान में जबकि 37 शेयर लाल निशान में बंद हुए।
गौरतलब है कि 10 मार्च को हुए चुनाव की तारीखों के एलान के बाद लगातार आठ ट्रेडिंग सेशंस ने सेंसेक्स में करीब 1300 अंकों का उछाल आया था, वहीं निफ्टी 350 अंक तक उछल गया था।
अमेरिका ने बढ़ाई चिंता: अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स गिरकर 21 महीनों के निचले स्तर पर जा चुका है। इसके अलावा बॉन्ड यील्ड में आई गिरावट ने भी निवेशकों की चिंता को बढ़ाया है। दरअसल तीन महीनों की बॉन्ड यील्ड 10 साल से ज्यादा की हो चुकी है।
शुक्रवार को डाउ जोंस भारी बिकवाली की वजह से 460.19 अंक टूटकर 25,502.32 पर बंद हुआ। वहीं स्टैंडर्ड एंड पुअर्स 500 इंडेक्स 54 अंकों की गिरावट के साथ 2800.71 पर बंद हुआ, जो 3 जनवरी के बाद से आई सबसे बड़ी गिरावट है।
सेंसेक्स शुक्रवार को 38,164.61 पर बंद होने के बाद सोमवार को 38,016.76 पर खुले। वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी शुक्रवार को 11,456.90 पर बंद होने के बाद सोमवार को 11,393.65 पर खुला। लेकिन बैंकिंग और मेटल शेयरों की हुई पिटाई के बाद सेंसेक्स करीब 500 अंकों तक लुढ़क गया, वहीं निफ्टी 130 अंकों तक टूट गया।
शुक्रवार को सेंसेक्स 222.14 अंकों की गिरावट के साथ 38,164.61 पर जबकि निफ्टी 64.15 अंकों की गिरावट के साथ 11,500 के नीचे 11,456.90 पर बंद हुआ था।
हालांकि इस गिरावट के बावजूद विदेशी निवेशकों की खरीदारी की वजह से भारतीय बाजार मजबूत स्थिति में बने हुए हैं और कई विदेशी ब्रोकरेज एजेंसियों ने आने वाले दिनों में बाजार में तेजी की उम्मीद जताई है।
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