बाजार में तेजी का तूफान
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बांड खरीद योजना जारी रखने की घोषणा ने देसी-विदेशी सभी वित्तीय बाजारों में हवा भर दी। इससे गुरुवार को भारत समेत तकरीबन सभी एशियाई बाजारों में तेजी आ गई। निवेशकों की भारी लिवाली से इस दिन बंबई शेयर बाजार यानी बीएसई का सेंसेक्स 684 अंक की छलांग लगाकर फिर बीस हजारी हो गया। सेंसेक्स में यह साल का दूसरा बड़ा उछाल है। मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 161 पैसे उछलकर एक महीने के ऊंचे स्तर 61.78 पर बंद हुआ।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की बांड खरीद योजना जारी रखने की घोषणा ने देसी-विदेशी सभी वित्ताीय बाजारों में हवा भर दी। इससे गुरुवार को भारत समेत तकरीबन सभी एशियाई बाजारों में तेजी आ गई। निवेशकों की भारी लिवाली से इस दिन बंबई शेयर बाजार यानी बीएसई का सेंसेक्स 684 अंक की छलांग लगाकर फिर बीस हजारी हो गया। सेंसेक्स में यह साल का दूसरा बड़ा उछाल है। मुद्रा बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 161 पैसे उछलकर एक महीने के ऊंचे स्तर 61.78 पर बंद हुआ।
फेड रिजर्व के फैसले से हैरानी
फेड रिजर्व के इस फैसले को लेकर बाजार के जानकारों में हैरानी है। बांड खरीद कार्यक्रम में कटौती की आशंका से त्रस्त रुपये ने राहत की सांस लेते हुए करीब ढाई फीसद की मजबूती दिखाई। फेड के कदमों से स्पष्ट है कि निकट भविष्य में बाजारों से विदेशी निवेश की तेज निकासी की आशंका नहीं रह गई है।
दलाल स्ट्रीट में दिखा जोश
दलाल स्ट्रीट में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) ने भी जमकर खरीदारी की। स्टॉक एक्सचेंजों के शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक इन विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में गुरुवार को करीब 3,544 करोड़ रुपये डाले। इसके चलते सेंसेक्स 684.48 अंक उछल 34 माह के उच्चतम स्तर 20646.64 पर पहुंच गया।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 216.10 चढ़कर 6115.55 पर बंद हुआ। बाजार की इस तेजी से निवेशकों की दौलत में एक दिन के भीतर 1.83 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हो गया।
सराफा बाजार में बढ़त
इस दिन दिल्ली के सराफा बाजार में सोना 440 रुपये चढ़कर 30 हजार 810 रुपये पर पहुंच गया। बीते सत्र में भी यह उछला था। इसी तरह चांदी 990 रुपये भड़ककर 51 हजार 200 रुपये प्रति किलो हो गई।
राजन को मिली राहत
बाजार के जानकार मान रहे हैं कि फेड के कदमों ने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को भी राहत दी है। शुक्रवार को राजन मौद्रिक नीति की मध्य-तिमाही समीक्षा पेश करेंगे। गवर्नर बनने के बाद यह उनकी पहली नीतिगत समीक्षा होगी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक अब दिसंबर में बांड खरीद नीति की समीक्षा करेगा। अमेरिका की अर्थव्यवस्था के हालात और सुधरे तो बांड खरीद की रफ्तार घटाई जा सकती है। इसे देखते हुए जानकार विदेशी मुद्रा बाजार में हड़बड़ी में कदम नहीं उठाने की सलाह दे रहे हैं।