आइआइपी ने दिया बाजार को झटका, सेंसेक्स 102 अंक टूटा
मुंबई। रुपये के लगातार नीचे जाने से घबराए निवेशकों को कारखानों की सुस्ती ने और निराश कर दिया। इसके चलते उन्होंने बुधवार को घरेलू मुद्रा में सुधार की अनदेखी करते हुए बिकवाली की। इससे दलाल स्ट्रीट में लगातार दूसरे सत्र में गिरावट जारी रही। इस दिन बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 101.87 अंक फिसलकर 1
मुंबई। रुपये के लगातार नीचे जाने से घबराए निवेशकों को कारखानों की सुस्ती ने और निराश कर दिया। इसके चलते उन्होंने बुधवार को घरेलू मुद्रा में सुधार की अनदेखी करते हुए बिकवाली की। इससे दलाल स्ट्रीट में लगातार दूसरे सत्र में गिरावट जारी रही। इस दिन बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 101.87 अंक फिसलकर 19041.13 पर बंद हुआ। बीते दिन भी यह 298 अंक लुढ़का था। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] का निफ्टी 28.60 अंक टूटकर 5760.20 पर बंद हुआ।
औद्योगिक उत्पादन और खुदरा महंगाई की दर के आंकड़े निवेशक की उम्मीदों से कमतर निकले। आइआइपी में सुस्ती और महंगाई के कमोबेश स्थिर बने रहने से बाजार में हताशा बढ़ी। पहले से बिकवाल विदेशी संस्थागत निवेशकों [एफआइआइ] ने अपनी पूंजी निकासी का क्रम जारी रखा। एशियाई व यूरोपीय बाजारों की कमजोरी ने भी दलाल स्ट्रीट की कारोबारी धारणा पर असर डाला।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 19103.96 अंक पर कमजोर खुला। यह ऊंचे में 19143.24 अंक तक गया। एक समय इसने सत्र के निचले स्तर 18969.08 अंक को भी देखा। हेल्थकेयर, ऑयल एंड गैस और बैंकिंग को छोड़ इस दिन बीएसई के अन्य सभी सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियों से जुड़ा सूचकांक लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट का शिकार हुआ। बुधवार को यह 7.37 फीसद का गोता लगा गया। मेटल, और आइटी कंपनियों के शेयरों की भी खासी पिटाई हुई। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 20 के शेयर गिरे, जबकि 10 में फायदा दर्ज हुआ।