सेबी ने अधिग्रहण नियमों की समीक्षा के लिए समिति की गठित, मौजूदा नियमों को सरल और मजबूत बनाने की कवायद
सेबी ने अधिग्रहण नियमों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। इसका मकसद उचित वैश्विक व्यवहार को अपनाकर मौजूदा नियमों को सरल और मजबूत बनाना है। जानकारी के मुताबिक 20 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एसजे वजीफादार करेंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र: बाजार नियामक सेबी ने अधिग्रहण नियमों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। इस पहल का मकसद उचित वैश्विक व्यवहार को अपनाकर मौजूदा नियमों को सरल और मजबूत बनाना है। नियामक की वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक, 20 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एसजे वजीफादार करेंगे। समिति में सेबी, शेयर बाजार बीएसई और एनएसई के साथ ही विधि फर्मों के प्रतिनिधि शामिल हैं। समिति नियामक को शेयरों के अधिग्रहण और कारोबारी सुगमता से संबंधित मामलों पर सलाह देगी।
सेबी ने सलाहकार समिति में किया बदलाव
बाजार नियामक सेबी ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) और सामाजिक शेयर बाजार से संबंधित अपनी सलाहकार समितियों का पुनर्गठन किया है। सेबी ने अपनी एफपीआइ सलाहकार समिति में फेरबदल करते हुए कहा कि पूर्व वित्त सचिव हसमुख अधिया अब 16 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता करेंगे। पहले इस समिति की अध्यक्षता भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम कर रहे थे।
बालासुब्रमण्यम करेंगे समिति की अध्यक्षता
उधर, सेबी ने सामाजिक शेयर बाजार से संबंधित समिति में समुन्नति फाइनेंशियल इंटरमीडिएशन एंड सर्विसेज के संस्थापक एवं सीईओ अनिल कुमार, सस्टेनेबिलिटी (एचसीएल टेक) के वैश्विक प्रमुख संतोष जयरामन, गाइडस्टार इंडिया की संस्थापक एवं सीईओ पुष्पा अमन सिंह और बीआइएल रायर्सन टेक्नोलाजी स्टार्टअप इनक्यूबेटर फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक हेमंत गुप्ता को शामिल किया है। इस 18 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता अब ग्रासरूट रिसर्च एंड एडवोकेसी मूवमेंट (जीआरएएएम) के अध्यक्ष आर बालासुब्रमण्यम करेंगे।