माल्या के प्रत्यर्पण से तेज होगी लोन रिकवरी की प्रक्रिया: SBI
माल्या भारतीय बैंकों के कंसोर्टियम के 9,000 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट मामले में वांछित है और फिलहाल भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने कहा है कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को यूके से भारत को प्रत्यर्पण किए जाने से 9,000 करोड़ रुपये के लोन की रिकवरी में तेजी आएगी।
माल्या, जो कि एसबीआई के नेतृत्व में भारतीय बैंकों के कंसोर्टियम के 9,000 करोड़ रुपये के लोन डिफॉल्ट मामले में वांछित है को भारत लाए जाने के प्रयासों को यूके की अदालत ने बूस्ट देने का काम किया है। यूके की अदालत ने बीते दिन माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी।
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने पत्रकारों को बताया, " यह (ज्यादा से ज्यादा लोन की रिकवरी) एक संभावना है। संदेश काफी साफ एवं स्पष्ट है। हमें जो समझना चाहिए वो यह है कि यह (प्रत्यर्पण) एक संदेश है कि आप डिफॉल्ट नहीं कर सकते और देश छोड़कर भाग नहीं सकते।" उन्होंने कहा कि माल्या के प्रत्यर्पण का समग्रता के आधार पर ऋणदाता और उधारकर्ता संबंधों पर गहरा असर होगा।
कुमार ने कहा, "उधारदाताओं और कर्जदारों दोनों के लिए ऋण एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है क्योंकि हमें देश में निवेश की आवश्यकता होती है। लेकिन संदेश यह है कि आपकी बैंकिंग को साफ-सुथरा करना होगा आपको पैसों के उद्देश्य को लेकर बहुत सावधान रहना होगा।"
गौरतलब है कि 62 वर्षीय विजय माल्या जो कि किंगफिशर एयरलाइन्स के मालिक थे उन्होंने मार्च 2016 में भारत छोड़कर यूके में शरण ले ली थी। माल्या भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।