माल्या के विदेश भागने के मामले पर SBI की सफाई, हमारी तरफ से ढिलाई नहीं बरती गई
माल्या ने कुछ वक्त पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पूरे मामले में बैंकों को भी दोषी बताया था
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। शराब कारोबारी विजय माल्या के विदेश भागने के मामले में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (एसबीआई) ने सफाई दी है। एसबीआई ने बयान जारी कर कहा है कि किंगफिशर से जुड़े लोन डिफॉल्ट केस से निपटने के लिए बैंक की तरफ से कोई ढील नहीं हुई है।
एसबीआई ने बयान जारी कर कहा है कि हमारी ओर से लोन डिफॉल्ट के किसी मामले से निपटने के लिए कोई ढिलाई नहीं बरती गई है, किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े मामले में भी हमने सभी जरूरी नियमों का पालन किया है। बैंक ने कहा है कि हमने डिफॉल्ट लोन को रिकवर करने के लिए हरसंभव कोशिश की।
मालूम हो कि माल्या ने कुछ वक्त पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पूरे मामले में बैंकों को भी दोषी बताया था। माल्या पर 13 से ज्यादा बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये कर्ज है। इस कर्ज में सबसे ज्यादा पैसा एसबीआई से ही लिया गया है। बैंकों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि जब माल्या लोन डिफॉल्टर सूची में आ चुके थे और कंपनी की हालत खराब थी फिर लोन क्यों पास किया गया।
दरअसल बैंक का बयान आने से पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया था कि एसबीआई ने फरवरी 2016 में सभी बैंकों (जिनसे माल्या ने कर्ज लिया हुआ है) को सलाह दी थी कि वह माल्या के देश छोड़ने से पहले सुप्रीम कोर्ट जाएं। लेकिन उस वक्त किसी भी बैंक ने ऐसा नहीं किया और जब माल्या 2 मार्च 2016 को भारत छोड़ गए तब 4 दिन बाद 13 बैंक सुप्रीम कोर्ट पहुंचे।
उधर, अपने बचाव में माल्या ने एक पत्र लिखकर कहा था कि एसबीआई और अन्य बैंक जानते थे कि मेरी कंपनी की हालत सही नहीं है फिर भी कर्ज देते रहे। माल्या ने कहा था कि इस मामले में बैंक भी दोषी हैं।