S&P Global Ratings ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ रेट अनुमान को घटाकर किया (-) 9 फीसद, COVID-19 को बताया जिम्मेदार
हाल ही में Moodys Investors Service ने मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था में ग्रोथ के अनुमान को घटाकर -11.5 फीसद कर दिया था। PC Pixabay
नई दिल्ली, पीटीआइ। एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने सोमवार को मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को घटा दिया है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ (-) 9 फीसद रहने का अनुमान है। इससे पहले एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने (-) 5 फीसद ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया था। एजेंसी ने कहा है कि कोरोना वायरस मामलों के बढ़ने से लंबे समय तक निजी खर्च व निवेश में कमी रहेगी।
एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings)के एशिया-पैसिफिक अर्थशास्त्री विश्रुत राणा ने कहा, 'एक कारक जो निजी आर्थिक गतिविधियों और निवेश को बाधित कर रहा है, वह कारोना वायरस के बढ़ते मामले हैं।'
रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा, 'भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते निजी खर्च व निवेश लंबे समय तक कम रहेगा। एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स का अब यह अनुमान है कि भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ मौजूदा वित्त वर्ष में (-) 9 फीसद रहेगी।' गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अर्थात अप्रैल से जून महीने के दौरान जीडीपी में -23.9 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई थी।
इससे पहले भी कई देशी-विदेशी रेटिंग एजेंसियां मौजूदा वित्त वर्ष के लिए नकारात्मक ग्रोथ रेट का अनुमान जता चुकी हैं। हाल ही में मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने मौजूदा वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था में ग्रोथ के अनुमान को घटाकर -11.5 फीसद कर दिया था। रेटिंग एजेंसी फिच ने मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी में -10.5 फीसद ग्रोथ का अनुमान जताया था। वहीं, क्रिसिल ने -9 फीसद और इंडिया रेटिंग्स ने -11.8 फीसद की ग्रोथ का अनुमान व्यक्त किया था।