रुपया में आया और दम सेंसेक्स फिर 19 हजारी
नए आरबीआइ गवर्नर के कदमों से उम्मीदें बांधे रुपया और शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन तेजी के बयार में बहे। दलाल स्ट्रीट से दूर भाग रहे विदेशी निवेशकों ने भी खरीदारी शुरू कर दी है। इन गोरे निवेशकों की ओर से शेयरों से पूंजी निकाल अपने देश ले जाने का सिलसिला थमा है। नतीजतन डॉलर की मांग में कमी आई है।
मुंबई। नए आरबीआइ गवर्नर के कदमों से उम्मीदें बांधे रुपया और शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन तेजी के बयार में बहे। दलाल स्ट्रीट से दूर भाग रहे विदेशी निवेशकों ने भी खरीदारी शुरू कर दी है। इन गोरे निवेशकों की ओर से शेयरों से पूंजी निकाल अपने देश ले जाने का सिलसिला थमा है। नतीजतन डॉलर की मांग में कमी आई है। इससे रुपये को बल मिला। शुक्रवार को यह डॉलर के मुकाबले 77 पैसे उछलकर 65.25 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू मुद्रा अपने 28 अगस्त के रिकॉर्ड निचले स्तर 68.85 रुपये प्रति डॉलर से अब तक पांच फीसद मजबूत हो चुका है।
घरेलू निवेशक तो पहले से ही लिवाल बने हुए हैं। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआइआइ) की लिवाली का सहारा पाकर सेंसेक्स 290.30 अंक उछल फिर उन्नीस हजार के पार चला गया। इस दिन बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का यह संवेदी सूचकांक 1.53 फीसद की तेजी के साथ 18270.06 अंक पर बंद हुआ। बीते दो दिनों के दौरान भी इसमें 739 अंक की बढ़त दर्ज हुई थी। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 87.45 अंक चढ़कर 5680.40 पर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक दिन पहले के बंद स्तर से मजबूती के साथ 19072.02 अंक पर खुला। नीचे में यह 18929.38 अंक तक गया। लिवाली के जोर से कारोबार के दौरान एक समय यह सूचकांक 19293.96 अंक की ऊंचाई छू गया। इस दिन कंज्यूमर ड्यूरेबल, रीयल्टी आइटी और ऑटो को छोड़कर बीएसई के अन्य सभी सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। बैंकिंग, कैपिटल गुड्स और रिफाइनरी कंपनियों के शेयरों को लिवाली का ज्यादा लाभ मिला। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 20 के शेयर फायदे में रहे, जबकि 10 में नुकसान दर्ज हुआ।