समाज के निचले तबके तक बैंकिंग सेवाएं पहुंचाना लक्ष्य: ऋषि गुप्ता
फिनो पेमेंट बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ ऋषि गुप्ता का कहना है कि उनका लक्ष्य बैंकिंग सेवाओं को समाज के निचले तबके तक पहुंचाना है
नई दिल्ली। फिनो पेमेंट बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ ऋषि गुप्ता ने दैनिक जागरण के नितिन प्रधान से बातचीत में बताया कि बैंक अब उत्तर भारत में तेज विस्तार करने की रणनीति पर काम कर रहा है।
अभी आपका नेटवर्क भारत के किस हिस्से में है?
देखिए, आज की तारीख में हमारी मौजूदगी 14 राज्यों में है। इनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, तेलंगाना, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में है। इन राज्यों के 126 जिलों में 410 शाखाओं और 25000 टच प्वाइंट के जरिये हम लोगों तक अपनी सेवाएं पहुंचा रहे हैं। 410 शाखाओं में से शहरी क्षेत्रों में 151 और ग्रामीण भारत में 259 शाखाएं हैं। इसके अलावा बीपीसीएल के पेट्रोल पंप आउटलेट पर हम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
किस तरह के ग्राहकों पर आप फोकस करेंगे? कौन हैं आपके लक्षित ग्राहक?
हम अपना ध्यान निम्न और मध्यम आय वर्ग के ग्राहकों पर लगा रहे हैं। यही बाजार इस वक्त सबसे बड़ा है और इसे बैंकिंग सेवाओं की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। हमारा मानना है कि इस वर्ग के अधिकांश हिस्से की पहुंच इन सेवाओं तक नहीं है। हम बैंकिंग क्षेत्र में ग्राहकों के बीच के इस अंतर को ही पाटना चाहते हैं। इसके लिए हमारा मूल मंत्र है सरल और सुगम बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना।
आपने बताया कि आप 14 राज्यों में मौजूद हैं। अपने लक्ष्य को देखते हुए आपका फोकस देश के किस क्षेत्र पर रहेगा? और विस्तार की क्या योजनाएं हैं?
हम उत्तर भारत या इसे ऐसे कहें कि हिंदी भाषी राज्यों में हमारा फोकस ज्यादा रहेगा। अभी हमारी कुल शाखाओं में से 42 फीसद हिस्सा यानी 172 शाखाएं इन्हीं राज्यों मसलन उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में है। इन्हीं राज्यों में हम शाखाओं के विस्तार की योजना भी बना रहे हैं। हम अगले पांच साल में अपनी शाखाओं की संख्या को 1000 करना चाहते हैं। बैंकिंग टच प्वाइंट की संख्या को भी हम एक लाख करना चाहते हैं। इनमें बीपीसीएल के आउटलेट की संख्या करीब 20000 होगी।
ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ब्याज दरें सबसे बड़ा हथियार है। आप इसमें कैसे प्रतिस्पर्धा करेंगे?
देखिए, हम फिलहाल ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। हमारी दर वही रहेगी जो सामान्यत: बैंकिंग क्षेत्र में प्रचलित है। यानी हम भी खातों पर चार फीसद की दर से ब्याज देंगे। हमारा एक आंतरिक सर्वे बताता है कि बैंकिंग ग्राहकों का बहुमत ब्याज दरों को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशील नहीं है। यह सर्वे हमने दस राज्यों में पांच हजार ग्राहकों के बीच किया था। लोग अब क्वालिटी बैंकिंग सर्विस पर ज्यादा ध्यान देते हैं। आप अपने ग्राहकों की पहुंच में हैं या नहीं? उन्हें अपने आसपास ही बैंकिंग सेवाओं की उपलब्धता चाहिए। हम इसी तरह की सेवाएं अपने ग्राहकों को देना चाहते हैं।
शुरुआत में कितने ग्राहकों का आधार पाने का लक्ष्य रखा है?
पहले साल में हम 30 से 40 लाख ग्राहकों की संख्या तक पहुंचना चाहते हैं। इसमें डिजिटल ग्राहक और फिजिकल दोनों तरह के ग्राहक शामिल हैं। यानी ऐसे ग्राहक जो बैंक तक पहुंच कर सेवाएं प्राप्त करते हैं। और वैसे भी जो डिजिटल बैंकिंग पर भरोसा रखते हैं। इसीलिए हम भी टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक इस्तेमाल करने के इच्छुक हैं। बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट रहते हुए भी हमने टेक्नोलॉजी को ही आधार बनाया था। अगले पांच साल में हम अपने ग्राहकों की संख्या को पांच करोड़ तक पहुंचाना चाहते हैं।