ज्यादा नोट छापने को सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बुलाने से असंतोष
तीन शिफ्ट, स्टेयरिंग लंच व्यवस्था लागू होने के साथ ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी काम पर बुलाया जा रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बीएनपी (बैंक नोट प्रेस) को 500 समेत अन्य नोट ज्यादा से ज्यादा छापने का आदेश मिलने के बाद व्यवस्थाओं में ताबड़तोड़ बदलाव किए जा रहे हैं। तीन शिफ्ट, स्टेयरिंग लंच व्यवस्था लागू होने के साथ ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी काम पर बुलाया जा रहा है। लेकिन, इस बार स्थायी कर्मचारियों ने स्पष्ट कह दिया है कि कोई भी सेवानिवृत्त कर्मचारी उनसे ऊपर की पोस्ट पर नहीं आएगा।
केवल वर्कर श्रेणी के सेवानिवृत्तकर्मी को ही काम पर रखा जाए। यदि ऐसा नहीं होता है, तो वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। बीएनपी में नोटबंदी के समय भी कई सेवानिवृत्त कर्मचारियों को काम पर रखा गया था। जनवरी में नोट चोरी कांड के बाद 125 से ज्यादा सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवा बंद कर दी गई थी। अब जब अधिक नोट छापने के आदेश आए तो बीएनपी प्रबंधन फिर से सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवाएं ले रहा है। सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों प्रबंधन के साथ हुई बैठक में मजदूर संघ पदाधिकारियों ने स्पष्ट कहा था कि जो भी सेवानिवृत्त कर्मचारी काम पर आए वो स्थायी कर्मचारियों का जूनियर बनकर काम करे। केवल वर्कर स्तर के सेवानिवृत्त कर्मियों को रखने पर ही सहमति बनी थी।
अब लंच टाइम और छुट्टी के दिन भी होगी नोटों की छपाई
मध्य प्रदेश के देवास स्थित बैंक नोट प्रेस (बीएनपी) में ज्यादा से ज्यादा नोट छप सकें, इसके लिए अब कर्मचारी लंच के समय में भी काम करेंगे। गुरुवार को स्टेयरिंग लंच व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसे लेकर बीएनपी प्रबंधन व मजदूर संघ के पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें लंच में काम करने के दौरान मिलने वाली राशि बढ़ाने के लिए सहमति बनी और कमेटी गठित करने का निर्णय हुआ। इसके अलावा अवकाश के दिनों में बीएनपी में कर्मचारी काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि नोटों की कमी को देखते हुए पिछले दिनों बीएनपी को 500 के नोट छापने के निर्देश मिले थे। इसके बाद बीएनपी में तीन शिफ्टों में काम शुरू करते हुए 500 रुपये के नोट छापना शुरू कर दिया था।