इस साल 15 से 30 जून के बीच खुदरा व्यापारियों ने बिक्री में दर्ज की 67 फीसद की गिरावट: सर्वे
वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में लगातार 74 फीसद की सुस्ती देखी गई है। हालांकि जून 2020 में सुस्ती में थोड़ी कमी आई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। इस साल 15 से 30 जून के दौरान खुदरा व्यापारियों के व्यापार में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 67 फीसद की गिरावट आई है। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया(RAI) के एक सर्वे से यह जानकारी सामने आई है। आरएआई ने 100 से अधिक बड़े व छोटे खुदरा व्यापारियों पर किये अपने ताजा बिजनेस सर्वे में कहा कि जून के दूसरे आधे हिस्से में भी रिटेलर्स के व्यापार में कोई महत्वपूर्ण ग्रोथ देखने को नहीं मिली है।
आरएआई ने एक बयान में कहा, 'इस अवधि में मॉल्स के व्यापार में सालाना आधार पर 77 फीसद की सुस्ती दर्ज की गई है। यह पूरे देश में समान रूप से मॉल्स खोलने की अनुमति नहीं मिलने के चलते आई है। वहीं, पूरे देश में समान रूप से खुलने की अनुमति के बावजूद हाई स्ट्रीट रिटेल के व्यापार में 62 फीसद की सुस्ती दर्ज की गई है। '
आरएआई ने कहा कि जून में बड़े आकार के खुदरा व्यापारियों (300 करोड़ से अधिक की बिक्री वाले) के व्यापार में 59 फीसद और छोटे व्यापारियों (300 करोड़ से कम की बिक्री वाले) के व्यापार में 69 फीसद की सुस्ती आई है।
बिक्री के मामले में क्षेत्रवार बात करें, तो पश्चिम में 74 फीसद और उत्तर में 71 फीसद की गिरावट आई है। वहीं, पूर्व और दक्षिण में से प्रत्येक में 62 फीसद की गिरावट आई है।
आरएआई के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा, ' वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही में लगातार 74 फीसद की सुस्ती देखी गई है। हालांकि, जून 2020 में सुस्ती में थोड़ी कमी आई है।' उन्होंने आगे कहा कि ये आंकड़े केवल खुदरा व्यापारियों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि खुदरा व्यापारी खपत की मुख्य कड़ी होते हैं।
राजगोपालन ने कहा, 'समय की मांग है कि सभी हितधारकों द्वारा ठोस कदम उठाए जाएं। जबकि रिटेलर्स कड़े स्वच्छता नियमों का पालन कर अपना काम कर रहे हैं, नीति निर्माताओं को भी पूरे देश में सभी तरह के खुदरा कारोबारों का पूरी तरह खुलना सुनिश्चित करने की जरूरत है। पिछले महीने सरकार ने अनलॉक 1.0 के साथ लॉकडाउन के कई सारे प्रतिबंधों में राहत दी थी।'