यस बैंक के राणा कपूर को नहीं मिला और वक्त, फरवरी तक छोड़ना होगा पद
यस बैंक की बागडोर संभाल रहे राणा कपूर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने अतिरिक्त समय देने से इन्कार कर दिया है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पिछले डेढ़ दशक से यस बैंक की बागडोर संभाल रहे राणा कपूर को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने अतिरिक्त समय देने से इन्कार कर दिया है। आरबीआइ ने यस बैंक को पहली फरवरी, 2019 तक राणा कपूर का उत्तराधिकारी तलाशने को कहा है।
राणा कपूर 2004 से यस बैंक में एमडी व सीईओ के पद पर कार्यरत हैं। रिजर्व बैंक ने हाल में उनके मौजूदा तीन साल के कार्यकाल को कम करते हुए 31 जनवरी, 2019 तक कर दिया था। साथ ही यस बैंक को उनका उत्तराधिकारी तलाशने को कहा था। यस बैंक ने आरबीआइ से कम से कम तीन महीने की अतिरिक्त मोहलत मांगी थी। बैंक का कहना था कि उत्तराधिकारी की तलाश में समय लग सकता है। अब आरबीआइ ने स्पष्ट कर दिया है कि बैंक को उत्तराधिकारी की तलाश के लिए अतिरिक्त समय नहीं मिलेगा। यस बैंक के बोर्ड ने नए प्रमुख की तलाश के लिए सर्च एंड सेलेक्शन कमेटी का गठन भी कर दिया है। यस बैंक में कपूर की 10.66 फीसद हिस्सेदारी है।
एक्सिस बैंक की प्रमुख शिखा शर्मा के बाद राणा कपूर किसी निजी बैंक के दूसरे ऐसे प्रमुख हैं, जिनके कार्यकाल पर रिजर्व बैंक ने कैंची चलाई है। रिजर्व बैंक के ऑडिट में दोनों ही बैंकों को फंसे कर्ज यानी एनपीए को कम करके दिखाने का दोषी पाया गया था। दोनों बैंकों ने लगातार दो साल एनपीए को 10,000 करोड़ रुपये कम करके दिखाया था।
हाल के दिनों में निजी बैंकों के प्रमुखों पर आरबीआइ सख्ती दिखा रहा है। इसी हफ्ते आरबीआइ ने आइसीआइसीआइ बैंक के नव नियुक्त एमडी व सीईओ संदीप बख्शी के लिए केवल तीन साल के कार्यकाल को मंजूरी दी है। बैंक के बोर्ड ने बख्शी के लिए पांच साल के कार्यकाल की मंजूरी मांगी थी।