सरकारी बैंकों को पर्याप्त नकदी नहीं दे रहा है आरबीआई, अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने लगाया आरोप
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष, विश्वास उतागी ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकारी बैंको को पर्याप्त नकदी नहीं दे रहा है
नई दिल्ली। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के उपाध्यक्ष, विश्वास उतागी ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकारी बैंको को पर्याप्त नकदी नहीं दे रहा है। उतागी ने बताया, “आरबीआई को सरकारी बैंकों (भारत में सबसे बड़ा नेटवर्क) को भेजी जाने वाली कुल नकदी को लेकर पारदर्शिता बरतनी चाहिए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि शीर्ष नौकरशाह निजी क्षेत्र के बैंकों में ज्यादा नकदी भेजने के लिए आरबीआई के कामकाज को प्रभावित कर रहे हैं। नोटबंदी के पांच हफ्ते बीत जाने के बाद अब भी अधिकांश बैंक शाखाओं के बाहर लंबी-लंबी कतारें दिख रही हैं और बैंक नकदी की किल्लत से जूझ रहे हैं। वहीं आयकर और प्रवर्तन निदेशालय की ओर से बीते दिनों की गई छापेमारी में बरामद हुए नई करेंसी के नोट भी लोगों के आक्रोश को भड़का रहे हैं। यह गतिविधियां काले धन को वैध करने के लिए बैंक अधिकारियों की मिलीभगत की ओर इशारा भी कर रही हैं। आपको बता दें कि हाल ही में एक्सिस बैंक ने अपने उन 19 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था, जो पुराने नोटों से जुड़ी वित्तीय अनियमितता में संलिप्त पाए गए थे। जानकारी में यह सामने आया था कि 40 फर्जी खातों में 100 करोड़ रुपए जमा करवाए गए थे।
उतागी ने बताया कि बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की मिलीभगत के बिना पुराने नोटों का नए नोटों में परिवर्तन संभव नहीं है। उतागी ने कहा, “केवल वो लोग जिनका करेंसी चेस्ट पर नियंत्रण रहता है वो ही नोटों की अदला-बदली करवा सकते हैं।”