RBI ने शुरू किया सरकारी बैंकों का स्पेशल ऑडिट, ट्रेड फाइनेंस पर होगा फोकस
12,646 करोड़ के हालिया पीएनबी घोटाले को बैंकिंग स्टाफ की मदद से एलओयू के जरिए अंजाम दिया गया था
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बैंकिंग धोखाधड़ी से परेशान भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सरकारी बैंकों की विशेष ऑडिट प्रक्रिया शुरू कर दी है। आरबीआई की इस ऑडिट प्रक्रिया में मुख्य ध्यान ट्रेड फाइनैंसिंग गतिविधियों, विशेषकर बैंक की ओर से जारी किए जाने वाले गारंटी पत्र (एलओयू) पर दिया जाएगा। यह जानकारी एक बैंकिंग सूत्र के जरिए सामने आई है।
इसके अलावा आरबीआई ने सभी बैंकों से उन एलओयू के संबंध में विवरण देने को कहा है जो उनकी ओर से उपलब्ध करवाए गए थे, इसके अलावा इसमें बैंकों को बकाया राशि की जानकारी भी देनी होगी। साथ ही केंद्रीय बैंक ने पूछा है कि क्या बैंकों के पास पूर्व अनुमोदित क्रेडिट सीमा थी और क्या गारंटी पत्र जारी करने से पहले बैंकों के पास पर्याप्त नकद मार्जिन उपलब्ध था या नहीं। हाल ही के दिनों में जिन बड़े बैंकिंग धोखाधड़ियों का पता चला था, इनमें नीरव मोदी और उनके सहयोगियों की ओर से किया गया फ्रॉड का मामला भी शामिल है, जो उनके व्यापार से संबंधित था। इसके अलावा कई विलफुल डिफॉल्टर्स के मामले भी सामने आए हैं।
12,646 करोड़ के हालिया पीएनबी घोटाले को बैंकिंग स्टाफ की मदद से एलओयू के जरिए अंजाम दिया गया था। इसे ध्यान में रखते हुए आरबीआई इस ऑडिट में इनसे जुड़े मामलों की भी जांच करेगा। सूत्रों के मुताबिक आरबीआई ट्रेड फाइनैंस से जुड़े उस मामले की जांच करेगा जिसमें लेटर ऑफ क्रेडिट और लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी करना शामिल है। आपको बता दें कि नीरव मोदी का हाई प्रोफाइल मामला सामने आने के कुछ दिन बाद ही ओरिंएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और बैंक ऑफ महाराष्ट्र से जुड़ा बैंकिंग घोटाला भी उजागर हो गया था।