RBI Repo Rate Hike : आरबीआई ने रेपो रेट में किया 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा, होम, कार और पर्सनल लोन होगा महंगा
जल्द ही बैंक होम लोन और बैंक लोन की EMI बढ़ा सकते हैं। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर में 50 बीपीएस बढ़ाने के लिए मतदान किया है। अब यह दर 4.90 फीसदी हो गई है।
नई दिल्ली, बिजनसे डेस्क। आबीआई (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को रेपो दर में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। इससे बैंक ग्राहकों को जोरदार झटका लग सकता है, क्योंकि जल्द ही बैंक होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन की EMI में बढ़ोतरी कर सकते हैं। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने सर्वसम्मति से रेपो दर में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने के लिए मतदान किया है। अब यह दर 4.90 फीसदी हो गई है।
5 हफ्तों में दूसरी बार बढ़ा रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 8 जून को मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के बाद 5 हफ्तों में दूसरी बार रेपो रेट में बदलाव किया है। बता दें इससे पहले पिछले माह 4 मई 2002 को ही आरबीआई ने अचानक रेपो रेट में 0.40 बेसिस प्वाइंट के इजाफे का ऐलान किया था। वही आरबीई की तरफ से 5 हफ्ते बाद आज यानी 8 जून 2022 को फिर रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है।आरबीआई की तरफ से ग्लोबल मार्केट में कमोडिटी की बढ़ती कीमतों एवं पेट्रोल-डीजल सहित अन्य ईंधन के बढ़ते दबाव की वजह से रेपो रेट में बदलाव किया है।
मई-जून में रिटेल महंगाई दर के 7.5 फीसदी रहने का अनुमान
आरबीआई की तरफ से रिटेल महंगाई देर अप्रैल-जून की तिमाही में 7.5 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया गया है। जबकि दूसरी तिमाही के दौरान रिटेल महंगाई दर 7.4% रहने का अनुमान है। जबकि वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में यह आंकड़ा 6.2 फीसदी हो सकता है। जबकि चौथी तिमाही में रिटेल महंगाई दर 5.8 फीसदी हो सकती है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 31 मई को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी अनुमानों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में भारत की जीडीपी विकास दर के 8.7% रहने का अनुमान है। जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में वास्तविक जीडीपी महामारी यानी 2019-20 के स्तर से ज्यादा है।