Move to Jagran APP

दवा निर्माताओं के सामने संकट, रॉ मैटिरियल के दाम कई गुना बढ़े

दवा निर्माताओं के अनुसार एथोमाइजिन के रॉ मैटेरियल की कीमत 7000 से बढ़कर 15000 रुपये प्रति किलो हो गई है।

By Manish MishraEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 09:34 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 09:36 AM (IST)
दवा निर्माताओं के सामने संकट, रॉ मैटिरियल के दाम कई गुना बढ़े
दवा निर्माताओं के सामने संकट, रॉ मैटिरियल के दाम कई गुना बढ़े

करनाल, पवन शर्मा। दवाएं तैयार करने के लिए जो रॉ मैटिरियल चाहिए, वह खासा महंगा हो चुका है। दवा निर्माताओं के अनुसार एथोमाइजिन के रॉ मैटेरियल की कीमत 7000 से बढ़कर 15000 रुपये प्रति किलो हो गई है तो पैरोसिटामोल के लिए प्रयुक्त होने वाला मैटिरियल अब 250 से बढ़कर 500 रुपये किलो पर मिल रहा है। कई मैटिरयल के दाम तो दस गुना तक अधिक हो गए हैं। मलेरियारोधी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का रॉ मैटिरियल 8000 रुपये से बढ़कर 80000 रुपये प्रति किलो के रेट पर मिल रहा है। सिफोरॉक्सीमएक्सिल के रॉ मैटिरियल के लिए 9000 से बढ़कर 16000 रुपये प्रति किलो तक चुकाने पड़ रहे हैं। इसी तरह कई अन्य मैटिरियल के दाम 10-15 गुना तक अधिक हो गए हैं। 

prime article banner

यह भी पढ़ें : Reliance के स्वामित्व वाली NowFloats टेली-मेडिसिन मार्केट में उतरी, 1 लाख डॉक्टर्स को सेवा में करेगी शामिल

दूसरी तरफ देश में सरकार ड्रग प्राइज कंट्रोल ऑर्डर लागू कर चुकी है, जिससे दवा कंपनियों को ये उत्पाद नियंत्रित कीमत पर बेचने हैं। इससे दवा निर्माताओं के सामने संकट आ गया है। हरियाणा फार्मास्युटिकल्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के वरिष्ठ राज्य उपप्रधान आरएल शर्मा बताते हैं कि चीन से रॉ मैटिरियल आना पूरी तरह बंद है। इसलिए देश में बचा स्टॉक कई गुना मंहगा मिल रहा है जबकि दवा उत्पादकों को सरकारी गाइडलाइंस के कारण कंट्रोल रेट पर ही दवा बेचनी पड़ रही हैं। लिहाजा, कंट्रोल रेट पर रॉ मैटिरियल उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया है।

यह भी पढ़ें : नई-नई की है नौकरी की शुरुआत, तो याद रखें ये चार बातें, आपको होगा फायदा

हरियाणा के राज्‍य औषधि नियंत्रक नरिंदर आहूजा ने बताया कि दवा उत्पादकों की पूरी मदद की जाएगी। संकट की घड़ी में उनकी भूमिका बहुत अहम है। इसलिए पूरा प्रयास किया जा रहा है कि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान हो। किसी भी सूरत में उत्पादन बाधित नहीं होने दिया जाएगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.