अमेरिका में रैनबैक्सी को भरना होगा 50 करोड़ डॉलर हर्जाना
भारत की अग्रणी दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड को दवा की सुरक्षा को लेकर यहां आपराधिक कार्य में लिप्त होने का दोषी ठहराया गया है। इस विवाद के निपटारे की शर्त के तहत कंपनी को 50 करोड़ डॉलर (करीब 2742 करोड़ रुपये) अमेरिका के न्याय विभाग को हर्जाना देना होगा।
वाशिंगटन। भारत की अग्रणी दवा निर्माता कंपनी रैनबैक्सी लेबोरेटरीज लिमिटेड को दवा की सुरक्षा को लेकर यहां आपराधिक कार्य में लिप्त होने का दोषी ठहराया गया है। इस विवाद के निपटारे की शर्त के तहत कंपनी को 50 करोड़ डॉलर (करीब 2742 करोड़ रुपये) अमेरिका के न्याय विभाग को हर्जाना देना होगा।
अमेरिकी सरकार के अनुसार, किसी भी जेनेरिक दवा निर्माता द्वारा किया जाने वाला यह सबसे बड़ा हर्जाना भुगतान है। इस राशि में पंद्रह करोड़ डॉलर आपराधिक जुर्माना है, जबकि 35 करोड़ डॉलर नागरिक दावों के हैं। कंपनी ने अमेरिका के खाद्य व औषधि प्रशासन से वर्ष 2011 में इस बारे में समझौता किया था।
अमेरिकी जांच की समाप्ति की घोषणा करते हुए कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि रैनबैक्सी ने वर्ष 2011 के दिसंबर में इसके लिए वित्तीय प्रावधान किए थे, वे करार के तहत सभी वित्तीय दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होंगे। रैनबैक्सी यूएसए को तीन आपराधिक मामलों में दोषी करार दिया गया है। इसमें एक मामला दवाओं का निर्माण भारत के दो ऐसी जगहों पर करने का भी है जो सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करते थे।