आरबीआइ छोड़ने के एक साल बाद सामने आएगी राजन की किताब
राजन ने अपने कार्यकाल के दौरान मजबूत संस्था के तौर पर रिजर्व बैंक के बारे में मजबूत संदेश भी दिया था
नई दिल्ली (पीटीआई)। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन अपना कार्यकाल खत्म होने के एक साल बाद पुस्तक प्रकाशित करने वाले हैं। अपने कार्यकाल के दौरान भाषण और टिप्पणियों के संग्रह वाली इस पुस्तक में उन्होंने आर्थिक संकल्पना, सहिष्णुता जैसे मसलों पर बहस और राजनीतिक स्वतंत्रता व समृद्धि में संबंध पर बात की है। यह पुस्तक चार सितंबर को बाजार में आ जाएगी।
राजन ने जब सितंबर 2013 में आरबीआइ के प्रमुख की कमान संभाली थी, तब डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार गिर रहा था। महंगाई काफी ज्यादा थी। भारत का चालू खाता घाटा (सीएडी) काफी ज्यादा था और विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहा था। पुस्तक के प्रकाशन हार्परकोलिंस इंडिया ने कहा है कि राजन ने अपने कार्यकाल के दौरान न सिर्फ चुनौतियों को सफलतापूर्वक सुलझाया बल्कि मजबूत संस्था के तौर पर रिजर्व बैंक के बारे में मजबूत संदेश भी दिया। उन्होंने देश के आर्थिक सुधारों को भी उभारा। राजन ने पिछले साल सितंबर में आरबीआइ ने विदाई ली थी।