FY19 की दूसरी तिमाही में 7.5 से 7.6 फीसद रह सकती है जीडीपी ग्रोथ: रिपोर्ट
केंद्रीय सांख्यिकी विभाग की ओर से से जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जाएंगे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में जीडीपी ग्रोथ के कम होकर 7.5 से 7.6 फीसद रहने की उम्मीद है। ग्रामीण मांग में मंदी के चलते बीती तिमाही के मुकाबले सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में गिरावट देखने को मिल सकती है। यह अनुमान एसबीआई की एक रिसर्च रिपोर्ट में लगाया गया है।
आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में कांस्टेंट प्राइज (2011-12) पर जीडीपी ग्रोथ 8.2 फीसद रही थी। जानकारी के लिए आपको बता दें कि केंद्रीय सांख्यिकी विभाग की ओर से से जुलाई-सितंबर तिमाही के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जाएंगे। एसबीआई इकोरैप की रिपोर्ट में कहा गया है कि एसबीआई का कंपोजिट लीडिंग इंडीकेटर (सीएलआई), जो कि चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही के लिए 21 प्रमुख इंडीकेटर्स का एक बास्केट रहा है वो गिरावट का रुख दिखा रहा है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि नतीजतन, ग्रामीण मांग में कमी के चलते सितंबर तिमाही में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) वृद्धि दर 7.3-7.4 फीसद रह सकती है। इस रिपोर्ट में आगे कहा गया, "हम यह भी मानते हैं ति दूसरी तिमाही के ग्रोथ के आंकड़ों को वित्त वर्ष 2017-18 की सितंबर तिमाही के कमजोर आधार से मदद मिलेगी।"
एसबीआई इकोरैप ने कहा, "हम अनुमान लगाते हैं कि दूसरी तिमाही जीवीए वृद्धि पर आधार प्रभाव लगभग 30 बीपीएस है। टैक्स कलेक्शन के आधार पर हम दूसरी तिमाही में 7.5 से लेकर 7.6 फीसद तक की जीडीपी ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं।"