बिना पिन डेबिट कार्ड से खरीदारी नहीं
दिसंबर की पहली तारीख यानी रविवार से देश में डेबिट कार्ड से खरीदारी करना और सुरक्षित हो जाएगा। अब डेबिट कार्ड से हर बार खरीदारी करने पर पिन नंबर भी पंच करना होगा। वैसे कई बैंकों ने पहले से ही इसे लागू कर रखा है, लेकिन अब यह सभी के लिए अनिवार्य हो गया है। रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने जून, 2013 में इस बारे में नियम तय कर दिए थे। तभी आरबीआइ ने डेबिट कार्ड जारी करने वाले सभी बैंकों को 30 नवंबर, 2013 तक सभी ढांचागत सुविधाएं लगाने का निर्देश दिया था।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दिसंबर की पहली तारीख यानी रविवार से देश में डेबिट कार्ड से खरीदारी करना और सुरक्षित हो जाएगा। अब डेबिट कार्ड से हर बार खरीदारी करने पर पिन नंबर भी पंच करना होगा। वैसे कई बैंकों ने पहले से ही इसे लागू कर रखा है, लेकिन अब यह सभी के लिए अनिवार्य हो गया है। रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने जून, 2013 में इस बारे में नियम तय कर दिए थे। तभी आरबीआइ ने डेबिट कार्ड जारी करने वाले सभी बैंकों को 30 नवंबर, 2013 तक सभी ढांचागत सुविधाएं लगाने का निर्देश दिया था।
हाल के दिनों में नकली डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड बनाने की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसमें बिक्री केंद्रों (पॉइंट ऑफ सेल) की भूमिका भी सामने आई है। असली डेबिट कार्ड से डाटा निकाल कर नकली कार्ड बनाने की घटनाओं पर अब रोक लगेगी। अब अगर कार्ड की नकल कर ली गई तो भी पिन नहीं होने की वजह से इससे खरीददारी नहीं की जा सकेगी।
किस बात का रखें ख्याल
नए नियम वैसे तो ग्राहकों की सुरक्षा के लिए लागू किए गए हैं, लेकिन थोड़ी सी लापरवाही मुसीबत की जड़ भी बन सकती है। इसलिए कुछ सावधानी बरतना बहुत जरूरी है। सबसे पहले तो हमेशा विक्रेता की स्वैपिंग मशीन में स्वयं ही पिन नंबर डालें। विक्रेता को पिन नंबर नहीं बताएं। नई प्रक्रिया के तहत पहले आपका डेबिट कार्ड स्वैप किया जाएगा। फिर उसमें आवश्यक राशि डाली जाएगी। उसके बाद दुकानदार आपको पिन नंबर डालने के लिए बोलेगा।
दूसरी सावधानी यह रखनी है कि डेबिट कार्ड का पिन नंबर कहीं भी लिख कर नहीं रखें। खास तौर पर वैसे पर्स में जिसमें डेबिट कार्ड रखा हो। ऐसा करने पर कुछ समय अंतराल में अपने डेबिट कार्ड का पिन नंबर बदलते रहे। इससे चोरी होने के बावजूद इसके दुरुपयोग की संभावना नहीं रहेगी।