PPF और पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट से जुड़े ये नियम आपको जानना है जरूरी
डाकघर बचत खाताधारकों को राहत देने के लिए इंडिया पोस्ट ने घोषणा की है कि वह पोस्ट ऑफिस जीडीएस (ग्रामीण डाक सेवा) शाखाओं में निकासी की सीमा बढ़ाएगी। ऐसे समय में जब विभिन्न बैंक बचत खाते की ब्याज दर में कटौती कर रहे हैं
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। डाकघर बचत खाताधारकों को राहत देने के लिए, इंडिया पोस्ट ने घोषणा की है कि वह पोस्ट ऑफिस जीडीएस (ग्रामीण डाक सेवा) शाखाओं में निकासी की सीमा बढ़ाएगी। इसके बाद यह सीमा 5,000 से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति ग्राहक कर दी गई है। ऐसे समय में जब विभिन्न बैंक बचत खाते की ब्याज दर में कटौती कर रहे हैं, डाकघर की बचत खाते की ब्याज दर 4 प्रतिशत प्रति वर्ष है।
डाकघर खाताधारकों के लिए नकद जमा, निकासी नियम
इंडिया पोस्ट ने घोषणा की है कि वह पोस्ट ऑफिस जीडीएस (ग्रामीण डाक सेवा) शाखाओं में निकासी की सीमा को बढ़ाएगा। इसके बाद यह सीमा 5,000 से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति ग्राहक कर दी गई है। इस कदम का उद्देश्य समय के साथ पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट बढ़ाना है।
यह भी पढ़ें: शादी के बाद पैसे की दिक्कत आ रही है तो ये 5 बातें आपके काम की हैं
कोई भी शाखा पोस्टमास्टर (BPM) एक दिन में एक खाते में 50,000 से अधिक के लिए नकद जमा लेनदेन को स्वीकार नहीं करेगा। इसके अलावा, जब तक सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) मासिक आय योजना (MIS) किसान विकास पत्र (KVP) राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) योजनाओं में जमा केवल विड्रॉल फॉर्म या चेक द्वारा स्वीकार किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: Credit Limit बढ़ाने के लिए आपके पास भी आते हैं फोन, जानिए लिमिट बढ़ाने के फायदे और नुकसान
एक दिन में 50,000 से अधिक के नगद लेनदेन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पोस्ट ऑफिस में रखे बचत खाते के लिए न्यूनतम जरूरी राशि 500 रुपये है और यदि न्यूनतम मानदंड पूरे नहीं किए गए हैं, तो खाता रखरखाव शुल्क के रूप में 100 रुपये की कटौती की जाएगी।
पिछले साल दिसंबर में डाक विभाग ने कहा था कि अब डाकघर बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना अनिवार्य है। डाक विभाग ने 500 का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की बात कही थी।