Move to Jagran APP

नोटबंदी का असर:चौथी तिमाही में जीडीपी दर घटकर 6.5 फीसदी तक होने की उम्मीद

कैश की किल्लत को देखते हुए जनवरी से मार्च की तिमाही में भारत की विकास दर 7 फीसदी तक घटने की उम्मीद की जा रही है

By Surbhi JainEdited By: Published: Mon, 05 Dec 2016 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 05 Dec 2016 06:39 PM (IST)
नोटबंदी का असर:चौथी तिमाही में जीडीपी दर घटकर 6.5 फीसदी तक होने की उम्मीद

नई दिल्ली: मौजूदा वित्त वर्ष की चालू तिमाही में भारत की विकास दर घटकर 6.5 फीसदी होने की उम्मीद है। कैश की किल्लत को देखते हुए जनवरी से मार्च की तिमाही में यह 7 फीसदी तक घटने की उम्मीद की जा रही है। ऐसा एक रिपोर्ट में सामने आया है।

जापानी फाइनेंशियल सर्विसेज मेजर नोमूरा के मुताबिक 8 नवंबर को सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद से ग्रोथ के नंबरों पर इसका असर पड़ा है। एक बार नकदी की किल्लत ठीक हो जाए उसके बाद रिकवरी देखने को मिल सकती है। तीसरी तिमाही में साल दर साल के आधार पर ग्रोथ 7.3 फीसदी से घटकर चौथी तिमाही में 6.5 फीसदी तक आने उम्मीद है, जो कि वर्ष 2017 की पहली तिमाही में 7 फीसदी तक होने की उम्मीद है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि नकदी की किल्लत जनवरी तक बनी रह सकती है।

सर्विस सेक्टर के पीएमआई नंबरों की बात करें तो नोमूरा का कहना है कि मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल इंटरमिडिएशन, होटल व रेस्त्रां और रेंटिग एक्टिविटी की तुलना में सर्विस सेक्टर पर इसका ज्यादा असर पड़ा है। निक्केई इंडिया सर्विसेज पर्चेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) में नोटबंदी के बाद से भारी गिरावट देखने को मिली है। जून 2015 के बाद से पहली बार नए बिजनेस ऑर्डर में कमी देखी गई है। नोमूरा का कहना है कि सर्विस गतिविधियों में गिरावट हैरान करने वाली नहीं है क्योंकि असंगठित क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग से ज्यादा सर्विस सेक्टर का हिस्सा है, जिसका मतलब यह है कि कैश ट्रांजेक्शन पर सर्विस सेक्टर की निर्भरता ज्यादा है। विशेष रुप से कंस्ट्रक्शन, ट्रेड, होटल व रेस्त्रां और रियल एस्टेट का असंगठित क्षेत्र में ज्यादा हिस्सा है जिस कारण वे नोटबंदी से ज्यादा प्रभावित हुए है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.