PNB ने जताई उम्मीद: बुरा वक्त बीत गया, छह महीने में करेंगे वापसी
PNB ने कहा नीरव मोदी मामले से उबरने में सरकार और अन्य साझीदारों का अच्छा समर्थन मिला
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सार्वजनिक क्षेत्र के कर्जदाता पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने उम्मीद जताई है कि वह नीरव मोदी द्वारा दिए जख्म से अगले छह महीनों में उबर जाएगा। बैंक के एमडी सुनील मेहता ने रविवार को कहा कि बुरा दौर पीछे छूट गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नीरव मोदी मामले से उबरने में सरकार, अन्य साझीदारों और कर्मचारियों की ओर से बैंक को जबरदस्त समर्थन मिला है।
मेहता ने कहा, ‘हम बुरे दौर से निकल आए हैं। सब कुछ नियंत्रण में नजर आ रहा है। सर्जरी हो चुकी है और हम रिकवरी के चरण में हैं। हमें उम्मीद है कि पूरे मामले और उसकी पीड़ा से अगले छह महीनों में उबर जाने में कामयाब होंगे।’ गौरतलब है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने अपने एक रिश्तेदार मेहुल चोकसी और बैंक के कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर पीएनबी में 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला कर लिया। पिछले कुछ वर्षो में हुआ यह घोटाला देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले की शक्ल में इस वर्ष फरवरी में सामने आया था।
बैंक की बरसों पुरानी विरासत और ताकत का जिक्र करते हुए मेहता ने कहा, ‘यह 123 वर्ष पुरानी संस्था है जिसका गठन स्वदेशी आंदोलन के दौर में हुआ था। देशभर में हमारी 7,000 से ज्यादा शाखाएं हैं और हम घरेलू बाजार में 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार कर रहे हैं। यही वजह है कि इस तरह का घोटाला हमारी बुनियाद नहीं हिला पाया।’
मेहता का कहना था कि मुश्किल दौर में भी बैंक का कारोबार बैंकिंग सेक्टर के मुकाबले बेहतर रहा है। बैंक की क्रेडिट ग्रोथ 10 फीसद के आसपास रही है, जबकि डिपॉजिट ग्रोथ भी 6.2 फीसद रही। उन्होंने कहा, ‘बैंक के वित्तीय नतीजे इस बात का प्रमाण हैं कि कठिन वक्त में भी से ग्राहकों का बैंक भरोसा नहीं डगमगाया। इसका श्रेय बैंक के उन 70,000 कर्मचारियों को जाता है, जो धैर्य खोए बिना बैंक के साथ खड़े रहे। उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर हर ग्राहक की बेहद सलीके से सेवा की। इसलिए अब हम वापसी को तैयार हैं।’
बैंक के कर्ज की गुणवत्ता सुधारने के बारे में मेहता ने कहा कि हाल ही में लांच किए गए मिशन परिवर्तन के तहत कारोबारी प्रक्रियाओं में सुधार के कदम उठाने के लिए बैंक तैयार है।
पीएनबी ने नीरव की कंपनी के खिलाफ नियुक्त किए वकील
हीरा कारोबारी नीरव मोदी से 13,000 करोड़ से ज्यादा का झटका ङोल रहे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने मोदी की अमेरिकी कंपनी फायरस्टार डायमंड की दिवालियापन प्रक्रिया रुकवा कर कुछ रकम वापस हासिल करने की कोशिशें शुरू कर दी है। बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) सुनील मेहता ने कहा कि अमेरिका में कंपनी की दिवालियापन प्रक्रिया में बैंक का पक्ष मजबूती से रखने को हाल ही में कई वकीलों को नियुक्त किया गया है। मेहता ने कहा, ‘नीरव मोदी द्वारा किए घोटाले की रकम का हिस्सा फायरस्टार डायमंड में लगा होने की पूरी संभावना है। ऐसे में अमेरिकी संस्थाओं द्वारा फायरस्टार डायमंड के दिवालियापन आवेदन पर सुनवाई से पहले बैंक का पक्ष सुना जाना जरूरी है।
चंदा कोचर के देवर और न्यू पावर के दो निदेशकों से पूछताछ
सीबीआइ ने रविवार को आइसीआइसीआइ बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर और न्यू पावर रिन्यूबल्स प्राइवेट लिमिटेड के दो निदेशकों से पूछताछ की। राजीव से लगातार चौथे दिन और निदेशक महेश चंद्र पुगलिया से दूसरे दिन पूछताछ हुई। मामला 2012 में वीडियोकॉन ग्रुप को 3,250 करोड़ कर्ज देने का है, जो बाद में न्यू पावर को हस्तांतरित कर दिया गया था। न्यू पावर चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी है। कर्ज की राशि आइसीआइसीआइ बैंक को वापस नहीं मिली। पता चला है कि वीडियोकॉन समूह के मालिक वेणुगोपाल धूत के दो खास लोग उमानाथ वैकुंठ नायक व महेश चंद्र पुगलिया न्यू पावर लिमिटेड में निदेशक हैं। चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और वेणुगोपाल धूत ने 2008 में न्यू पावर लिमिटेड बनाई थी।