Jan Dhan Yojana: 55% हैं महिला खाताधारकों की हिस्सेदारी, जानें क्या है इस स्कीम की खास बातें
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) के कुल खाताधारकों में महिलाओं की हिस्सेदारी 55 फीसद है। वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाली यह सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है। इसकी शुरुआत 2014 में हुई थी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) के कुल खाताधारकों में महिलाओं की हिस्सेदारी 55 फीसद है। वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाली यह सरकार की फ्लैगशिप स्कीम है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर विभिन्न योजनाओं में महिलाओं की हिस्सेदारी से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए मंत्रालय ने कहा कि इन योजनाओं से महिलाओं को बेहतर जीवन और एक उद्यमी के रूप में अपने सपनों को साकार करने में मदद मिली है।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि 24 फरवरी, 2021 तक प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खुले कुल 41.93 करोड़ अकाउंट्स में महिला खाताधारकों की संख्या 23.21 करोड़ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में जनधन योजना का ऐलान किया था। इस योजना की शुरुआत 28 अगस्त, 2014 को हुई थी। इस योजना का लक्ष्य देश के हर परिवार को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने, वित्तीय साक्षरता फैलाने के साथ-साथ क्रेडिट, इंश्योरेंस और पेंशन तक सबकी पहुंच को सुनिश्चित करना है।
केंद्र सरकार ने 2018 में नए फीचर्स और फायदों के साथ PMJDY 2.0 की शुरुआत की। नए संस्करण में सरकार ने हर परिवार में एक बैंक खाते की जगह हर व्यस्क का कम-से-कम एक बैंक अकाउंट हो, यह सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा। इसके साथ ही 28 अगस्त, 2018 के बाद खुले खाते के साथ मिलने वाले रुपे कार्ड्स पर निशुल्क बीमा कवर को बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया। इसके साथ ही ओवरड्राफ्ट की लिमिट को भी दोगुना करते हुए 10,000 रुपये और बिना किसी शर्त के 2,000 रुपये की ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी देने का भी ऐलान किया गया।
आरबीआई के दिशा-निर्देशों के मुताबिक दो साल तक कोई लेनदेन नहीं करने पर PMJDY अकाउंट को इन-ऑपरेटिव मान लिया जाता है।
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