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PM Modi ने कहा: आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक करेंगे, आर्थिक गतिविधियों को और आगे बढ़ाएंगे

राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा हम सारे एहतियात बरतते हुए आर्थिक गतिविधियों को और आगे बढ़ाएंगे। हम आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन रात एक करेंगे।

By Ankit KumarEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 04:15 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 05:54 PM (IST)
PM Modi ने कहा: आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक करेंगे, आर्थिक गतिविधियों को और आगे बढ़ाएंगे
PM Modi ने कहा: आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन-रात एक करेंगे, आर्थिक गतिविधियों को और आगे बढ़ाएंगे

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एलान किया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ( PM Gareeb Kalyan Anna Yojana) का विस्तार दिवाली और छठ पूजा तक यानी नवंबर महीने के आखिर तक के लिए किया जा रहा है। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये  करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो जाता है। इस संदर्भ में घोषणा करते हुए उन्होंने कहा, ''साथियों, हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्य तौर पर एग्रीकल्चर सेक्टर में ही ज्यादा काम होता है। अन्य दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है।"

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राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ''हम सारे एहतियात बरतते हुए आर्थिक गतिविधियों को और आगे बढ़ाएंगे। हम आत्मनिर्भर भारत के लिए दिन रात एक करेंगे। हम सब ‘लोकल के लिए वोकल’ होंगे। इसी संकल्प के साथ हम 130 करोड़ देशवासियों को मिलजुल कर के, संकल्प के साथ काम भी करना है, आगे भी बढ़ना है।''

पीएम ने कहा कि त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस योजना ने दुनिया को भी हैरान किया है, आश्चर्य में डुबो दिया है। दुनिया इस बात से अचंभित है कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन, यानी परिवार के हर सदस्य को  5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया गया।''

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक तरह से देखें तो, अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को,  ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को, और यूरोपियन यूनियन की आबादी से लगभग दोगुने से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।

उन्होंने कहा कि आज गरीब को, ज़रूरतमंद को, सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है। पहला- हमारे देश के मेहनती किसान, हमारे अन्नदाता और दूसरा- हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर को। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है, अपना दायित्व निभाया है, इसलिए आज देश का गरीब, इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है। मैं आज हर गरीब के साथ ही, देश के हर किसान, हर टैक्सपेयर का ह्रदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, उन्हें नमन करता हूं।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब पूरे भारत के लिए एक राशन-कार्ड की व्यवस्था भी हो रही है यानी एक राष्ट्र,  एक राशन कार्ड ‘one nation one ration card’।  इसका सबसे बड़ा लाभ उन गरीब साथियों को मिलेगा, जो रोज़गार या दूसरी आवश्यकताओं के लिए अपना गाँव छोड़कर के कहीं और जाते हैं।

मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं। 

उन्होंने कहा कि देश हो या व्यक्ति, समय पर फैसले लेने से, संवेदनशीलता से फैसले लेने से, किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है।  इसलिए, लॉकडाउन होते ही सरकार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। 

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले।  केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों, सिविल सोसायटी के लोग हों, सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए।


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