PM Kisan: 10.75 करोड़ किसानों के खातों में अब तक ट्रांसफर किए जा चुके हैं 1.15 लाख करोड़ रुपयेः तोमर
केंद्र सरकार PM Kisan स्कीम के तहत अब तक 10.75 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक अकाउंट्स में 1.15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि ट्रांसफर कर चुकी है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को पीएम-किसान स्कीम की दूसरी वर्षगांठ पर यह बात कही।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्र सरकार PM Kisan स्कीम के तहत अब तक 10.75 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक अकाउंट्स में 1.15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि ट्रांसफर कर चुकी है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को पीएम-किसान स्कीम की दूसरी वर्षगांठ पर यह बात कही। तोमर ने कहा कि सरकार इस स्कीम के तहत 6,000 रुपये की सालाना नकद सहायता उपलब्ध कराती है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ी है। इस स्कीम के तहत केंद्र सरकार हर वित्त वर्ष में तीन बराबर किस्तों में किसानों के बैंक खातों में कुल 6,000 रुपये की आर्थिक सहायता भेजती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 जनवरी, 2019 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से इस योजना की शुरुआत की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस मौके पर ट्वीट कर कहा है कि उनकी सरकार ने फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में ऐतिहासिक वृद्धि की है और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल में सरकार ने कृषि सेक्टर में बड़े बदलावों के लिए कई कदम उठाए हैं।
Our Government had the honour of ushering a historic increase in MSP. We doing everything possible to double the income of farmers.
You can find insightful content on the NaMo App, offering a glimpse of the work done for farmers. #KisanKaSammanPMKisan pic.twitter.com/pHxqY3NBPq— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2021
कई भाजपा नेताओं और मंत्रियों ने इस स्कीम के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया है।
तोमर ने कहा कि अब तक इस स्कीम से 10.75 करोड़ किसान लाभान्वित हुए हैं और केंद्र ने किसानों के बैंक खातों में सीधे 1.15 लाख करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की। उन्होंने पीएम-किसान स्कीम की दूसरी वर्षगांठ पर राज्य सरकारों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी पात्र किसानों को फ्लैगशिप योजना का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि कई किसान पीएम-किसान स्कीम का लाभ नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने इस स्कीम को प्रभावी ढंग से लागू किए जाने की जरूरत पर बल दिया है।