प्रधानमंत्री ने किया इंडिया एनर्जी फोरम सेरावीक का उद्घाटन, दुनिया की बड़ी तेल व गैस कंपनियों के सीईओ के साथ की बातचीत
प्रधानमंत्री ने कहा ऊर्जा की मांग एक तिहाई तक गिर गई निवेश से जुड़े निर्णयों पर भी असर पड़ा अगले कुछ वर्षों तक ऊर्जा की मांग पर भी असर रह सकता है लेकिन भारत ने लंबी अवधि में ऊर्जा की खपत को करीब दोगुना तक कर दिया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इंडिया एनर्जी फोरम सेरावीक का उद्घाटन किया। नीति आयोग व पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री ने इसका उद्घाटन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने दुनिया की बड़ी तेल व गैस कंपनियों के सीईओ के साथ बातचीत भी की। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का ऊर्जा भविष्य शानदार और सुरक्षित है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह वर्ष ऊर्जा क्षेत्र के लिए चुनौतियों से भरा रहा, ऊर्जा की मांग एक तिहाई तक गिर गई, निवेश से जुड़े निर्णयों पर भी असर पड़ा, अगले कुछ वर्षों तक ऊर्जा की मांग पर भी असर रह सकता है, लेकिन भारत ने लंबी अवधि में ऊर्जा की खपत को करीब दोगुना तक कर दिया है।'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'भारत में 100 फीसद विद्युतीकरण हो चुका है और एलपीजी की खपत भी बढ़ गई है। लोगों के जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए अधिक ऊर्जा की जरूरत है। हमारा ऊर्जा क्षेत्र विकास केंद्रित होने के साथ-साथ इंडस्ट्री फ्रेंडली भी है। भारत रीन्यूबल सोर्स ऑफ एनर्जी की दिशा में भी तेजी से काम कर रहा है। पिछले तीन वर्षों में 360 मिलियन एलईडी बल्ब बांटे गए हैं और एलईडी बल्ब की कीमत भी 10 गुना तक कम हुई है।'
A self-reliant India will also be a force multiplier for the world economy. Energy security is at the core of our efforts: Prime Minister Narendra Modi https://t.co/GDGiymwNSv" rel="nofollow
— ANI (@ANI) October 26, 2020
पीएम ने आगे कहा, 'भारत स्वच्छ ऊर्जा निवेश के लिए सबसे आकर्षक बाजार है। भारत दुनिया के हितों को ध्यान में रखकर काम करता है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है। भारत पूरे विश्व की तुलना में कम कार्बन एमिशन वाले देशों में शामिल है। हम वन नेशन वन गैस ग्रिड बनाना चाहते हैं। लंबे समय से दुनिया ने कच्चे तेल के दाम बढ़ते हुए देखे हैं।'
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी के अतिरिक्त पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अमेरिका के ऊर्जा मंत्री डैन ब्रोइलेट, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक के महासचिव मोहम्मद बरकिंडो और सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री अब्दुल अजीज बिन सलमान ने भी अपना संबोधन दिया।