Petrol Diesel Price 15 July: पेट्रोल, डीजल का नया रेट हुआ जारी, हो रही लगातार बढ़ोतरी
petrol diesel price on july 15 आज एक बार फिर पेट्रोल-डीजल महंगा हो गया। भोपाल में पेट्रोल 109.89 डीजल 98.67 रुपये प्रति लीटर है। चंडीगढ़ में पेट्रोल 97.64 और डीजल 89.50 रुपये प्रति लीटर है। पेट्रोल-डीजल के दाम में रोज सुबह बदलाव होता है
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दो दिनों तक मिली राहत के बाद गुरुवार यानी 15 जुलाई 2021 को पेट्रोल-डीजल एक बार फिर महंगा हो गया। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 35 पैसे और डीजल में प्रति लीटर 15 पैसे की बढ़ोतरी की। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में आज पेट्रोल 101.54 रुपये प्रति लीटर पर जबकि डीजल भी 89.87 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया। मुंबई में पेट्रोल 107.54 रुपये पर पहुंच गया। जबकि, डीजल 97.45 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। कोलकाता में पेट्रोल 101.74 और डीजल 93.02 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है। चेन्नई में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के बाद क्रमशः 97.19 और 93.63 रुपये प्रति लीटर है।
The price of petrol & diesel in #Delhi is at Rs 101.54 per litre & Rs 89.87 per litre respectively today.
Petrol & diesel prices per litre - Rs 107.54 & Rs 97.45 in #Mumbai; Rs 109.89 & Rs 98.67 in #Bhopal; Rs 101.74 & Rs 93.02 in #Kolkata respectively pic.twitter.com/rcJlEbhCaz— ANI (@ANI) July 15, 2021
अन्य शहरों में क्या है दाम
देश के अन्य शहर Noida की बात करें तो में पेट्रोल 98.73 और डीजल 90.34 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है। गाजियाबाद में पेट्रोल 98.53 और डीजल 90.16 रुपये प्रति लीटर है। लखनऊ में पेट्रोल 98.63 रुपये और डीजल 90.26 रुपये प्रति लीटर है। रांची में पेट्रोल 96.45 और डीजल 94.84 रुपये प्रति लीटर है। पटना में पेट्रोल 103.91 रुपये और डीजल 95.51 रुपये प्रति लीटर है। भोपाल में पेट्रोल 109.89, डीजल 98.67 रुपये प्रति लीटर है। चंडीगढ़ में पेट्रोल 97.64 और डीजल 89.50 रुपये प्रति लीटर है।
कई बार ऐसा देखा जा रहा कि कच्चा तेल सस्ता होने के बाद भी देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम में रोज सुबह बदलाव होता है। इसकी जानकारी SMS द्वारा ली जा सकती है। इसके लिए RSP के साथ अपने शहर का कोड टाइप कर 9224992249 नंबर पर SMS भेजना होगा। पेट्रोल और डीजल पर हर राज्य में टैक्स की अलग-अलग दर होती है।
गौरतलब है कि देश अपनी जरूरत का 89 फीसद कच्चे तेल का आयात करता है। इसलिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में जरा सी ऊंच-नीच भारत में तेल कीमतों में बड़ी उछाल के रूप में सामने आती है।