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प्राइवेट इक्विटी कंपनी Vista Equity जियो प्‍लैटफॉर्म्‍स में करेगी 11,367 करोड़ रुपये का निवेश, खरीदेगी 2.3 फीसद हिस्सेदारी

प्राइवेट इक्विटी कंपनी विस्टा पार्टनर्स ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11367 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है।

By Pawan JayaswalEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 09:00 AM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 08:32 PM (IST)
प्राइवेट इक्विटी कंपनी Vista Equity जियो प्‍लैटफॉर्म्‍स में करेगी 11,367 करोड़ रुपये का निवेश, खरीदेगी 2.3 फीसद हिस्सेदारी
प्राइवेट इक्विटी कंपनी Vista Equity जियो प्‍लैटफॉर्म्‍स में करेगी 11,367 करोड़ रुपये का निवेश, खरीदेगी 2.3 फीसद हिस्सेदारी

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। प्राइवेट इक्विटी कंपनी विस्टा पार्टनर्स ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है। विस्टा जियो प्लेटफॉर्म्स में 2.32 फीसद हिस्सेदारी के बदले यह निवेश करेगी। यह पिछले दो सप्ताह में जियो प्लेटफॉर्म्स की तीसरी डील है। इससे पहले जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक और सिल्वर लेक ने निवेश डील की थी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, 'इस निवेश में जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपये और एंटरप्राइज वैल्यू 5.16 लाख करोड़ रुपये मानी गई है।'

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विस्टा पोर्टफोलियो कंपनियों की 13,000 से अधिक कर्मचारियों के साथ भारत में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति है। इसके पास संचयी पूंजी प्रतिबद्धताओं में 57 अरब डॉलर से अधिक है। इसने अब तक विशेष रूप से एंटरप्राइज सॉफ्टवेयर बिजनेस में निवेश किया है। इस तरह अब तीन वैश्विक कंपनियों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की जियो प्लेटफॉर्म्स में कुल 13.3 फीसद हिस्सेदारी खरीद ली है। ये तीनों ही सौदे आरआईएल के मार्च तक कर्जमुक्त होने की योजना का हिस्सा हैं। हालांकि, कंपनी इस साल दिसंबर तक ही इस लक्ष्य को पाती दिख रही है। जियो ने इन तीनों सौदों से कुल 60,596.37 करोड़ रुपये जुटाए हैं।

इससे पहले अमेरिकन प्राइवेट इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स ने जियो प्लेटफॉर्म्स में एक फीसद हिस्सेदारी खरीदी थी। सिल्वर लेक ने यह हिस्सेदारी 5,655.75 करोड़ रुपये में खरीदी है। वहीं, फेसबुक जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.9 फीसद हिस्सेदारी खरीद रही है। इस तरह वह जियो प्लेटफॉर्म्स में 43,574 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है।

गौरतलब है कि आरआईएल पर इस समय 1.61 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। मुकेश अंबानी अपने प्रमुख कारोबारों में  रणनीतिक निवेश लाकर और राइट्स इश्यू के जरिए कंपनी को शीघ्र कर्ज मुक्त करना चाहते हैं। इसी कड़ी में रिलायंस ने देश के सबसे बड़े राइट्स इश्यू की भी घोषणा की है यह राइट्स इश्यू 53,125 करोड़ रुपये का है। इसके अलावा सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको जैसी कंपनियों को शेयर बेचने जैसे सौदे भी प्रस्तावित हैं। आरआईएल के ज्वाइंट चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर श्रीकांत वेंकटाचारी का अनुमान है कि कंपनी जून तक 1.04 लाख करोड़ की पूंजी जुटा लेगी।


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