13 साल बाद रोल-ए-कोला कैंडी को वापस लाया Parle, साल भर में 100 करोड़ की बिक्री की उम्मीद
Parle Products के सीनियर मार्केटिंग डेड कृष्णा राव ने पीटीआइ को बताया है कि उपभोक्ताओं की डिमांड को देखते हुए इस कैंडी की वापसी महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। प्रमुख बिस्किट और कन्फेक्शनरी कंपनी पारले की अपनी रोल-ए-कोला कैंडी से काफी उम्मीदें लगी हुई हैं। कंपनी को बाजार में दोबारा इस कैंडी को लाने के बाद साल भर में 100 करोड़ रुपये की बिक्री की उम्मीद है। बता दें कि पारले द्वारा 13 साल बाद भारतीय मार्केट में दोबारा रोल ए कोला कैंडी को ग्राहकों के लिए पेश किया जा रहा है। कंपनी को उम्मीद है कि साल भर में इस कैंडी की बिक्री उसके कुल कारोबार में 10 फीसद तक भागिदारी देगी। यह जानकारी कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा पीटीआइ को दी गई है।
पारले की इस रोल ए कोला कैंडी की बिक्री साल 2006 में ही बंद कर दी गई थी, जिसे अब 13 साल बाद फिर शुरू किया जा रहा है। दरअसल, कंपनी सोशल मीडिया पर उपभोक्ताओं द्वारा इसमें रूचि दिखाये जाने के कारण फिर से इसका उत्पादन कर रही है। गौरतलब है कि पारले को अपने कन्फेक्शनरी वर्टिकल से कारोबार में करीब 13 से 15 फीसद का योगदान मिलता है।
पारले प्रोडक्ट्स के सीनियर मार्केटिंग डेड कृष्णा राव ने पीटीआइ को बताया है कि उपभोक्ताओं की डिमांड को देखते हुए इस कैंडी की वापसी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘सोशल मीडिया इंटरेक्शन के आधार पर कंज्यूमर डिमांड को ध्यान में रखते हुए इस ब्रांड की वापसी काफी महत्वपूर्ण है। आने वाले समय में हम महीने में करीब 200 टन रोल ए कोला की बिक्री करने की स्थिति में हो सकते हैं।’’
YOU asked, we listened. India's most loved cola ka gola is back with a bang! Get your pack today! #RolaColaIsBack pic.twitter.com/IokRIrsNtT — Parle Products (@ParleFamily) October 1, 2019
गौरतलब है कि रोल ए कोला कैंडी को भारत में तो बंद कर दिया गया था, लेकिन पारले ने इसकी बिक्री लगातार अफ्रीका और पश्चिम एशिया में जारी रखी थी। राव ने कहा कि इस वित्त वर्ष के शेष समय में इस ब्रांड की लगभग 50 से 60 करोड़ रुपये की बिक्री होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बिक्री को दोबारा शुरू करने के पहले साल में ही कंपनी को रोल ए कोला की 100 करोड़ रुपये की बिक्री होने की उम्मीद है।