तबाही की ओर बढ़ रही है पाकिस्तानी मुद्रा, महंगाई से मचा हाहाकार
पाकिस्तानी रुपये की बदहाली आगे भी जारी रह सकती है। रिपोर्ट के अनुसार कर्ज में डूबे होने के कारण पाकिस्तान की मुद्रा का संभलना बेहद मुश्किल दिख रहा है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बदहाली से धीरे-धीरे कंगाली में तब्दील होती नजर आ रही है। पिछले एक महीने में दुनिया भर में सबसे ज्यादा कमजोर होने वाली मुद्रा पाकिस्तान की ही थी। पाकिस्तानी रुपये में डॉलर के मुकाबले लगातार हो रही गिरावट के कारण वहां खाने-पीने की चीजों से लेकर पेट्रोल-डीजल तक के दाम आसमान छू रहे हैं। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की वेबसाइट के अनुसार, बुधवार को पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 149.64 पर बंद हुआ। वहीं पिछले सप्ताह पाकिस्तानी रुपया 152.525 के साथ गिरावट के रिकॉर्ड स्तर पर आ गया था।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी रुपये की बदहाली आगे भी जारी रह सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, कर्ज में डूबे होने के कारण पाकिस्तान की मुद्रा का संभलना बेहद मुश्किल दिख रहा है। अगले कुछ महीनों में पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 200 का आंकड़ा छू सकता है। अगर यह अनुमान सही साबित हुआ तो पाकिस्तान में महंगाई लोगों की सांसे फुला देगी।
पाकिस्तान की मुद्रा ने इस मई माह में जांबिया और हैती की मुद्राओं के साथ विश्व स्तर पर सबसे खराब प्रदर्शन किया है। पिछले 12 महीनों में पाकिस्तानी रुपया अपने मूल्य का करीब एक तिहाई हिस्सा खो चुका है।
हालत यह है कि पाकिस्तान द्वारा आईएमएफ (IMF) से 6 अरब डॉलर का पैकेज लेना भी उसकी मुसीबतों को कम नहीं कर पाएगा। गौरतलब है कि, इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) द्वारा पाकिस्तान को मिल रहे पैकेज के दौरान ही स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि, पाकिस्तान में अगले वित्त वर्ष में महंगाई उच्चतम स्तर पर होगी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान अपनी आवश्यकता का अधिकांश कच्चा तेल विदेशों से निर्यात करता है। वहां दैनिक जीवन की कईं जरूरी वस्तुएं भी दूसरे देशों से मंगाई जाती है। इससे स्पष्ट है कि, पाकिस्तान में आने वाले दिनों में महंगाई को लेकर त्राहिमाम देखा जा सकता है।
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