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    एक मई से लागू होगा एक राज्य-एक आरआरबी, 43 से घटकर 28 रह जाएंगे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक

    Updated: Tue, 08 Apr 2025 05:37 PM (IST)

    वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार बहुत ज्ल्द एक राज्य एक आरआरबी होने जा रहा है। इसके तहत 11 राज्यों- आंध्र प्रदेश उत्तर प्रदेश बंगाल बिहार गुजरात जम्मू-कश्मीर कर्नाटक मध्य प्रदेश महाराष्ट्र ओडिशा एवं राजस्थान में मौजूद क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का एक इकाई में विलय किए जाने की योजना है। इसे एक मई से लागू किया जाएगा। इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

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    एक मई से लागू होगा एक राज्य-एक आरआरबी

     पीटीआई, नई दिल्ली। एक मई से देश के प्रत्येक राज्य में एक ही क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) मौजूद होगा। इस प्रस्ताव पर अमल के लिए वित्त मंत्रालय ने 11 राज्यों में 15 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के एकीकरण से संबंधित अधिसूचना जारी कर दी है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के एकीकरण का यह चौथा चरण होगा, जिसके पूरा होते ही आरआरबी की संख्या मौजूदा 43 से घटकर 28 रह जाएगी।

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    वित्त मंत्रालय की अधिसूचना के मुताबिक, देश के 11 राज्यों- आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा एवं राजस्थान में मौजूद क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का एक इकाई में विलय किया जाएगा।

    इस तरह 'एक राज्य-एक आरआरबी' के लक्ष्य को साकार किया जा सकेगा।अधिसूचना के मुताबिक, इन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विलय की प्रभावी तिथि एक मई, 2025 तय की गई है। क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक अधिनियम, 1976 की धारा 23ए(1) के तहत दी गई शक्तियों के अनुरूप ये आरआरबी एक एकल इकाई में एकीकृत हो जाएंगे। इसी क्रम में यूनियन बैंक आफ इंडिया, केनरा बैंक, इंडियन बैंक और भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रायोजित चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रगति ग्रामीण बैंक, सप्तगिरि ग्रामीण बैंक और आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक को आंध्र प्रदेश ग्रामीण बैंक के रूप में मिला दिया जाएगा।

    उत्तर प्रदेश और बंगाल में मौजूद तीन-तीन आरआरबी का भी एकल इकाई में विलय किया जाएगा। -भी क्षेत्रीय के पास 2,000 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी होगीउत्तर प्रदेश में मौजूद बड़ौदा यूपी बैंक, आर्यावर्त बैंक और प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक को उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक नाम की इकाई में मिला दिया गया है, जिसका मुख्यालय बैंक आफ बड़ौदा के तहत लखनऊ में होगा।

    बंगाल में संचालित बंगीय ग्रामीण विकास, पश्चिम बंग ग्रामीण बैंक और उत्तरबंग क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक को पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक में मिला दिया जाएगा। इसके अलावा देश के आठ राज्यों- बिहार, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और राजस्थान में दो-दो आरआरबी को एक में मिलाया जाएगा।

    दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक को मिलाकर बिहार ग्रामीण बैंक बनेगा, जिसका मुख्यालय पटना में होगा। गुजरात में बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक और सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक को मिलाकर गुजरात ग्रामीण बैंक बनाया जाएगा। अधिसूचना के मुताबिक, सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के पास 2,000 करोड़ रुपये की अधिकृत पूंजी होगी।