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भारत में अमेरिका से तेल आयात पांच महीने में 72 फीसद बढ़ा, ईराक देता है सबसे ज्यादा तेल

भारत इराक से भी कच्चे तेल का आयात कर रहा है। देश की कुल तेल जरूरत की एक चौथाई की आपूर्ति इराक से हो रही हे।

By NiteshEdited By: Published: Fri, 27 Sep 2019 09:09 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 09:09 PM (IST)
भारत में अमेरिका से तेल आयात पांच महीने में 72 फीसद बढ़ा, ईराक देता है सबसे ज्यादा तेल
भारत में अमेरिका से तेल आयात पांच महीने में 72 फीसद बढ़ा, ईराक देता है सबसे ज्यादा तेल

नई दिल्ली, पीटीआइ। चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में अमेरिका से कच्चे तेल का आयात 72 फीसद से अधिक बढ़ गया है। पश्चिम एशिया के पुराने तेल आपूर्तिकर्ता देशों के अलावा अब अन्य देशों से भी इसका आयात बढ़ाया जा रहा है। वाणिज्यक आसूचना एवं सांख्यिकी महानिदेशालय के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल से अगस्त 2019 के बीच भारत ने अमेरिका से 45 लाख टन कच्चे तेल का आयात किया जबकि एक साल पहले इसी अवधि में अमेरिका से 26 लाख टन कच्चे तेल का ही आयात किया गया था।

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भारत इराक से भी कच्चे तेल का आयात कर रहा है। देश की कुल तेल जरूरत की एक चौथाई की आपूर्ति इराक से हो रही है। अप्रैल से अगस्त की अवधि में इराक ने भारत को दो करोड़ 12 लाख टन कच्चे तेल की बिक्री की। एक साल पहले इसी अवधि में की गई आपूर्ति से यह मात्रा करीब 12 फीसद अधिक रही। भारत में अप्रैल से अगस्त 2019 के दौरान पांच माह की अवधि में कुल नौ करोड़ 12 लाख टन कच्चे तेल का आयात किया गया जो कि एक साल पहले के 9 करोड़ 39 लाख टन के मुकाबले कम है।

बता दें कि भारत सऊदी अरब से बहुत पहले से ही तेल आयात करता रहा है और सऊदी भारत के लिए बड़ा आपूर्तिकर्ता रहा है, लेकिन 2017- 18 में इराक आगे निकल गया। उसके बाद से भारत को आपूर्ति के मामले में सऊदी अरब दूसरे स्थान पर बना हुआ है। इस दौरान सऊदी अरब ने एक करोड़ 77 लाख टन तेल का निर्यात किया जबकि एक साल पहले इसी अवधि में उसने एक करोड 56 लाख टन तेल भारत को भेजा था।

आंकड़ों के अनुसार ईरान से तेल आयात काफी कुछ थम गया है। अमेरिका की ओर से इस साल मई में ईरान पर फिर से प्रतिबंध थोप दिए जाने के बाद भारत का ईरान से आयात काफी कम हो गया। एक साल पहले पांच माह की अवधि में जहां ईरान से एक करोड 33 लाख टन कच्चे तेल का आयात हुआ था वह इस साल इस अवधि में 20 लाख टन ही रह गया। ईरान के स्थान पर तीसरा बड़ा आपूर्तिकर्ता नाइजीरिया रहा है।  


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