टाटा केमिकल्स की ईजीएम में नुस्ली वाडिया को स्वतंत्र निदेशक के पद से हटाने के पक्ष में डाले गए 75.67 फीसदी वोट
शुक्रवार को हुई टाटा केमिकल्स की ईजीएम में नुस्ली वाडिया को कंपनी के स्वतंत्र निदेशक पद से हटा दिया गया है
नई दिल्ली। शुक्रवार को हुई टाटा केमिकल्स की ईजीएम में नुस्ली वाडिया को कंपनी के स्वतंत्र निदेशक पद से हटा दिया गया है। मतदान में उन्हें हटाने के पक्ष में 75.67 फीसदी वोट डाले गए।
Nusli Wadia voted out as Director of Tata Chemicals in Extraordinary General Meeting (EGM)
— ANI (@ANI_news) December 24, 2016
टाटा संस के पूर्व चेयरमैन के साथ चल रहे दो महीने पुराने विवाद पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने शुक्रवार को कहा कि इस अवधि के दौरान उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई है। रतन टाटा ने टाटा मोटर्स की ईजीएम में भावुक दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि आखिर में सच की ही जीत होगी, लेकिन इसकी प्रक्रिया थोड़ा दुखी कर सकती है। गौरतलब है कि बीते 24 अक्टूबर को साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद रतन टाटा ने पहली बार टाटा केमिकल्स के शेयरहोल्डर्स की मीटिंग में अपनी बात सामने रखी। टाटा ने सपोर्ट के लिए शेयरहोल्डर्स का शुक्रिया भी अदा किया।
आपको बता दें कि शुक्रवार को साइरस मिस्त्री के बाद टाटा मोटर्स और टाटा स्टील में स्वतंत्र निदेशक रहे नुस्ली वाडिया ने टाटा संस और रतन टाटा के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया है। इससे पहले टाटा मोटर्स की ईजीएम में भी शेयरधारकों ने नुस्ली वाडिया को कंपनी के स्वतंत्र निदेशक के पद से हटा दिया थे। नुस्ली वाडिया को स्वतंत्र निदेशक पद से हटाए जाने के पक्ष में 71 फीसदी वोट डाले गए थे।
टाटा मोटर्स की ईजीएम से पहले नुस्ली वाडिया ने शेयरहोल्डर्स से अपील की थी कि वो अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर वोट करें। वाडिया ने शेयरहोल्डर्स को 4 पन्ने का एक पत्र लिखा था, जिसके जरिए शेयरहोल्डर्स से अपील की गई थी कि कंपनी के लिए क्या सही है उसे देखते हुए आपके पास अंपनी अंतरात्मा की आवाज सुन वोट करने का अधिकार है। उन्होंने यह भी कहा था कि स्वतंत्र निदेशकों के संस्थानों के लिहाज से भी शेयरधारकों का वोट काफी अहम है।