नुस्ली वाडिया ने टाटा ग्रुप के खिलाफ दर्ज कराया मानहानि का मुकदमा, मांगे 3 हजार करोड़ रुपए
नुस्ली वाडिया ने बीते गुरुवार को टाटा ग्रुप के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है
नई दिल्ली। नुस्ली वाडिया ने बीते गुरुवार को टाटा ग्रुप के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने ग्रुप से मानहानि के एवज में 3 हजार करोड़ रुपए के मुआवजे का एलान किया है। आपको बता दें कि नुस्ली वाडिया रतन टाटा के पुराने सहयोगी हैं और टाटा ग्रुप की कंपनियों (टाट केमिकल्स, टाट मोटर्स और टाटा स्टील) के स्वतंत्र निदेशक भी हैं। गौरतलब है कि टाटा ग्रुप ने वाडिया को अपनी कंपनियों में डायरेक्टर पद से हटाने के लिए नोटिस जारी किया है।
वाडिया ने नवंबर महीने में टाटा संस के खिलाफ दीवानी और आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी थी, उस वक्त उन पर आरोप लगा था कि वो साइरस मिस्त्री के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और ग्रुप कंपनियों के स्वतंत्र निदेशको को प्रेरित करना मुख्य शेयरधारकों के हितों के खिलाफ है।
नुस्ली पर साइरस मिस्त्री को सपोर्ट करने का आरोप:
नुस्ली वाडिया पर आरोप है कि वो मिस्त्री के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। टाटा केमिकल्स के इंडिपेंडेंट डायरेक्टलर्स ने मिस्त्रीय की चेयरमैनशिप का एकमत से सपोर्ट किया था। टाटा केमिकल्स, टाटा संस की प्रमुख कंपनी है।
नैनो पर फंडिंग को लेकर रतन टाटा से थे मतभेद: नुस्ली वाडिया
टाटा संस के स्वतंत्र निदेशक नुस्ली वाडिया ने बुधवार को बताया कि नैनो की निरंतरता को लेकर रतन टाटा के साथ उनके मतभेद थे, जिसके कारण कंपनी के वित्तीय संसाधनों की बरबादी हुई। आपको बता दें कि नुस्ली वाडिया को टाटा संस से निकाले जाने के लिए अगले हफ्ते एक बैठक होनी है जिसमें शेयरहोल्डर्स उन्हें कंपनी से निकालने के लिए मतदान करेंगे।