लॉकडाउन के दौरान ATM में नहीं होगी नकदी की किल्लत, एक वैन से एक दिन में 40 ATM में भरी जा रही है नकदी
कोरोना महामारी की वजह से जारी लॉकडाउन के दौरान एटीएम में नकदी की किल्लत नहीं होगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना महामारी की वजह से जारी लॉकडाउन के दौरान एटीएम में नकदी की किल्लत नहीं होगी। महामारी के दौरान सरकार की तरफ से नकदी के रूप में दी जाने वाली मदद को लोगों तक पहुंचाने के लिए भी एटीएम में इन दिनों पहले के मुकाबले अधिक नकदी भरने का काम किया जा रहा है। नकदी की किसी भी प्रकार की किल्लत नहीं होने देने के लिए वित्त मंत्रालय, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी, आरबीआइ और कैश लॉजिस्टिक्स कंपनियां लगातार आपसी संपर्क में हैं।
उद्योग जगत के संगठन फिक्की के प्राइवेट सेक्योरिटी कमेटी के चेयरमैन और कैश लॉजिस्टिक्स कंपनी एसआइएस के ग्रुप एमडी ऋतुराज सिन्हा ने बताया कि लॉकडाउन से पहले एक वैन रोजाना 17-18 एटीएम में नकदी भरने का काम कर पाती थी। अभी एक वैन से 40 एटीएम में नकदी भरने का काम किया जा रहा है। सामान्य दिनों के मुकाबले इन दिनों एटीएम से नकदी निकासी भी अधिक हो रही है, लेकिन लॉकडाउन के दौरान एटीएम में नकदी के प्रवाह को बनाए रखने के लिए 65,000 एटीएम कर्मी दिन-रात योद्धा की तरह काम कर रहे हैं।
कैश लॉजिस्टिक्स कंपनियों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान मुंबई के नरीमन प्वाइंट या दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके के एटीएम से नकदी की निकासी नहीं हो रही है। नकदी की निकासी मुख्य रूप से छोटे शहर व ग्रामीण इलाकों से हो रही है। इसलिए ग्रामीण व छोटे शहरों के एटीएम में नकदी का खास ख्याल रखा जा रहा है।
कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक मदद के लिए सरकार की तरफ से किसान और गरीबों के खाते में डाली गई नकदी एटीएम के माध्यम से उन तक पहुंच सकती है। क्योंकि गांवों में रहने वाले किसान व गरीबों के लिए लॉकडाउन में बैंक तक पहुंचना संभव नहीं है। सिन्हा कहते हैं, यह समय हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण है तभी कंपनियों की तरफ से एटीएम कर्मियों को कई प्रकार की अतिरिक्त सुविधाएं भी दी रही हैं। इस बात की पूरी कोशिश की जा रही है कि लॉकडाउन के अगले नौ दिनों तक एटीएम में नकदी की कोई कमी नहीं हो।
अभी देश भर में लगभग 2.2 लाख एटीएम मशीन हैं। वित्तीय संस्थाओं के आंकड़ों के मुताबिक देशभर के एटीएम से रोजाना लगभग 25,000 करोड़ रुपये की लोडिंग और निकासी हो रही है।